बिहार के पूवरेत्तर हिस्सों में आए चक्रवाती तूफान से मरने वालों की संख्या शुक्रवार को 56 तक पहुंच गई. सबसे ज्यादा पूर्णिया जिले में 38 लोगों की मौत हुई है. प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य तेजी से चलाए जा रहे हैं. केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने तूफान से प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया और आला अधिकारियों के साथ बैठक की. आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार, मंगलवार की रात आए चक्रवाती तूफान और बारिश और ओलावृष्टि की चपेट में आने से अब तक 56 लोगों की मौत हो गई है.
पटना/पूर्णिया. बिहार के पूवरेत्तर हिस्सों में आए चक्रवाती तूफान से मरने वालों की संख्या शुक्रवार को 56 तक पहुंच गई. सबसे ज्यादा पूर्णिया जिले में 38 लोगों की मौत हुई है. प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य तेजी से चलाए जा रहे हैं. केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने तूफान से प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया और आला अधिकारियों के साथ बैठक की. आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार, मंगलवार की रात आए चक्रवाती तूफान और बारिश और ओलावृष्टि की चपेट में आने से अब तक 56 लोगों की मौत हो गई है.
इस आपदा में पूर्णिया जिले में 38, मधेपुरा में आठ, मधुबनी में तीन, कटिहार, दरभंगा और सीतामढ़ी में दो-दो तथा सुपौल में एक व्यक्ति की मौत हुई है. इस बीच केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह शुक्रवार को तूफान से प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया तथा प्रभावित जिलों के जिलाधिकारियों और आला अधिकारियों के साथ बैठक की. पूर्णिया में पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा, “मुझे यह देखकर संतोष हुआ कि आपदा के बाद नीतीश कुमार ने पहल करते हुए तत्काल राहत कार्य शुरू करवाया तथा मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की.”
इस त्रासदी को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने के प्रश्न पर राजनाथ ने कहा कि आपदा तो आपदा होती है और केंद्र व राज्य सरकार दोनों मिलकर लोगों को राहत पहुंचाने में लगे हैं. उन्होंने कहा कि बिहार सरकार तूफान से हुए नुकसान के संबंध में सर्वेक्षण कराकर केंद्र सरकार को मेमोरंडम देगी, जिस आधार पर सहायता का निर्णय लिया जाएगा. गृहमंत्री के साथ केंद्रीय मंत्री राधामोहन सिंह, रविशंकर प्रसाद, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता सुशील कुमार मोदी भी साथ रहे.
नीतीश ने केंद्र सरकार को सहायता के लिए धन्यवाद देते हुए कहा, “आपदा की स्थिति में जो तत्काल राहत कार्य होते हैं, उससे प्रभावित लोगों को संतोष होता है। केंद्र सरकार का भी क्विक रिस्पांस हुआ. राहत कार्य में अब और तेजी आएगी.” अपादा प्रबंधन विभाग के अनुसार, प्रभावित सभी क्षेत्रों में राहत कार्य चलाए जा रहे हैं। इस तूफान से व्यापक क्षति हुई है. प्रभावित परिवारों को एक क्विंटल खाद्यान्न, वस्त्र खरीदने के लिए 1,800 रुपये, बर्तन खरीदने के लिए 2,000 रुपये दिए जा रहे हैं. बेघर हुए लोगों को 2,000 रुपये अतिरिक्त नकद राशि का भी भुगतान किया जा रहा है.”
उल्लेखनीय है कि राज्य के मधेपुरा, पूर्णिया, सहरसा, सुपौल, कटिहार, सीतामढ़ी, किशनगंज, दरभंगा और मधुबनी जिले में चक्रवाती तूफान से व्यापक क्षति हुई है. बिहार सरकार ने मृतक के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है.
IANS