गुवाहाटी. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को बरपेटा के मंदिर में ना घुसने दिए जाने वाली बात से मंदिर प्रमुख ने इनकार कर दिया है.
मंदिर प्रमुख वशिष्ठ शर्मा ने अंग्रेजी अखबार ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ को फ़ोन पर दिए इंटरव्यू में कहा कि मैं किसी भी तरह के विरोध या प्रदर्शन की बात से साफ़ इंकार करता हूं. मैं खुद सत्र गेट पर चार घंटे तक राहुल का इंतज़ार करता रहा. पूर्व मुख्यमंत्री भूमिधर बर्मन और कुछ अन्य कांग्रेसी नेता भी मेरे साथ ही खड़े मुझसे बात कर रहे थे और राहुल के आने का इंतज़ार कर रहे थे.
क्या है मामला?
राहुल ने सोमवार को संसद के बाहर बयान दिया था कि उन्हें अपने असम दौरे के वक्त आरएसएस कर्मियों ने बरपेटा मंदिर में जाने से रोका था. वहीं इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए आरएसएस का जवाब आया कि यह सीएम तरुण गोगोई का चुनावी हथकंडा है.
आरएसएस की तरफ से राकेश सिन्हा ने कहा, ”राहुल गांधी को कैसे पता कि वो आरएसएस के लोग थे जिन्होंने उन्हें रोका. राहुल गांधी बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं. पिछले 6 महीने से आरएसएस पर जहर उगल रहे हैं जब से नेशनल हेराल्ड केस में उनपर आरोप लगा है. सोनिया और राहुल जिस मंदिर में भी जाना चाहें संघ के स्वयंसेवक उनका स्वागत करेंगे.”