रांची. अपनी सादगी के लिए अलग पहचान रखने वाले झारखंड के मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता सरयू राय को लालबत्ती कार से नहीं चलने की आदत बिहार के एक टॉल टैक्स काउंटर पर महंगी पड़ गई. टॉल कर्मचारियों ने लालबत्ती नहीं होने के कारण उनके मंत्री पहचान पत्र को भी मानने से मना कर दिया और टैक्स वसूल लिए.
झारखंड के खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय एक शादी में शामिल होने बिहार के बेगूसराय जिला गए थे और वहां से पटना लौटने के दौरान एनएचएआई के एक्सप्रेस वे पर पटना के पास बने टॉल टैक्स काउंटर पर कर्मचारियों ने उन्हें मंत्री मानने से इनकार कर दिया. आम तौर पर विधायक, सांसद और मंत्रियों को इस तरह के टॉल टैक्स से छूट मिलती है.
मंत्री का पहचान पत्र भी मानने से मना कर दिया टॉल काउंटर ने
सरयू राय के साथ रहे लोगों ने काउंटर पर तैनात कर्मचारी को बताया कि ये मंत्री हैं लेकिन कार पर लालबत्ती नहीं होने के कारण कर्मचारी ने सरयू राय को मंत्री मानने से इनकार कर दिया. इसके बाद मंत्री ने पहचान पत्र भी दिखाया लेकिन इस पर भी वो कर्मचारी तैयार नहीं हुआ.
मंत्री सरयू राय ने बात को बढ़ाने के बदले उसके बाद टॉल टैक्स भर दिया और पटना रवाना हो गए. राय ने अपने ट्विटर हैंडल पर ये बात शेयर की है. मंत्री ने लिखा है कि वो लालबत्ती कार इस्तेमाल नहीं करते हैं और कर्मचारी ने मंत्री का पहचान पत्र मानने से मना कर दिया तो उन्होंने खुशी-खुशी पैसे दे दिए.