पटना. बिहार में 500 लोगों की हर बस्ती को सड़क से जोड़ने की योजना का प्रस्ताव केंद्र सरकार ने पैसे की कमी का हवाला देकर लौटा दिया है. प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत 2924 किमी सड़क बनाने की योजना का लौटना राज्य में नीतीश कुमार की अगुवाई में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद पहला बड़ा झटका है.
बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है, “ये है आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की Team India नारे की असली भावना. यह उनके “सबका साथ, सबका विकास” नारे का भी एक अति-उतम उदाहरण है. आशा ही कर सकते है कि मोदी जी इसी भावना के साथ Make in India कार्यक्रम को सफल बना सकें.”
केंद्र सरकार ने ही बनवाई थी सड़कों की ये योजना
प्रधानमंत्री ग्रमीण सड़क योजना के तहत राज्य में 2924 किलोमीटर सड़क बनाने का डीपीआर केंद्र ने ही तैयार करवाया था लेकिन इस प्रस्ताव के लौटने के बाद राज्य सरकार परेशान है कि इस योजना के तहत 4508 किमी सड़क बनाने का लक्ष्य कैसे पूरा किया जाए.
राज्य के ग्रामीण कार्य मंत्री शैलेश कुमार ने कहा है कि केंद्र सरकार भाजपा शासित राज्यों की योजनाएं पूरी करने में मदद कर रही है जहां योजना के तहत दूसरे चरण तक की राशि दे दी गई है जबकि बिहार के साथ भेदभाव किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पदाधिकारियों को फिर से प्रस्ताव के साथ दिल्ली भेजा जाएगा ताकि राज्य को उसका हक मिल सके.