मुंबई। एनसीपी नेता अजित पवार के दल बदलने के बाद से ही महाराष्ट्र में सियासी हलचल काफी तेज हो गई है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार के भतीजे अजित पवार विपक्ष की महाविकास अघाड़ी दल का साथ छोड़कर सत्ताधारी एनडीए दल में शामिल हो गए. एनडीए में शामिल होने के साथ ही […]
मुंबई। एनसीपी नेता अजित पवार के दल बदलने के बाद से ही महाराष्ट्र में सियासी हलचल काफी तेज हो गई है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार के भतीजे अजित पवार विपक्ष की महाविकास अघाड़ी दल का साथ छोड़कर सत्ताधारी एनडीए दल में शामिल हो गए. एनडीए में शामिल होने के साथ ही अजित पवार महाराष्ट्र के नए डिप्टी सीएम और उनके साथ आए 8 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली. अब खबर सामने आ रही है कि 10 निर्दलीय विधायक एनसीपी के शिंदे गुट में शामिल होने से नाराज हैं. लेकिन उन्होंने अजित पवार के कारण ऐसा फैसला लिया.
प्रहार जनशक्ति पार्टी के प्रमुख और पूर्व मंत्री ओमप्रकाश बी. उर्फ बच्चू कडू के नेतृत्व वाली करीब विधायकों के समूह ने नाराजगी जताई है. निर्दलिय विधायकों ने कहा है कि कैबिनेट पदों के लिए चल रही मांग को लेकर हमलोग हतोत्साहित हैं. खासकर के हाल ही में अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी का सरकार में शामिल होने से.
कडू ने बताया है कि, ‘ हम सभी ने ये फैसला किया है कि कैबिनेट पदों के लिए जोर नहीं देंगे, क्योंकि इससे सीएम को और परेशानी में नहीं डालना चाहते, ऐसे में आज हम दावा छोड़ने की योजना बना रहे हैं. ‘ उन्होंने आगे बताया कि, ‘ महाराष्ट्र सीएम एकनाथ शिंदे ने 17 जुलाई को एक बैठक बुलाया है और इसके अगले दिन हम अपने योजनाओं की घोषणा करेंगे.
UCC का विरोध करे भारत की जनता- ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड