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1.. 2.. 3 और बूम, स्टूडेंट्स ने टीचर से लिया ऐसा बदला, हिल गया प्रशासन

चंडीगढ़: हरियाणा के भिवानी जिले के एक सरकारी स्कूल में 12वीं के छात्रों ने साइंस के पीरियड में ऐसा दिमाग लगाया है, जिसे जानने के बाद आपका माथा चकरा जाएगा और अगले ही पल आप डर और खौफ से भर जाएंगे. इन छात्रों ने महिला साइंस टीचर से मिली डांट का बदला ऐसे लिया, जैसा […]

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Learned to make a bomb from the internet
  • November 14, 2024 9:26 pm Asia/KolkataIST, Updated 1 month ago

चंडीगढ़: हरियाणा के भिवानी जिले के एक सरकारी स्कूल में 12वीं के छात्रों ने साइंस के पीरियड में ऐसा दिमाग लगाया है, जिसे जानने के बाद आपका माथा चकरा जाएगा और अगले ही पल आप डर और खौफ से भर जाएंगे. इन छात्रों ने महिला साइंस टीचर से मिली डांट का बदला ऐसे लिया, जैसा कोई दुश्मन से भी नहीं लेता. छात्रों ने टीचर की कुर्सी के नीचे बम रख दिया. छात्रों ने इस बम को रिमोट से ब्लास्ट किया, जिससे महिला टीचर बाल-बाल बच गईं. धमाका इतना जोरदार था कि कुर्सी के बैठने वाले हिस्से में छेद हो गया. पांच दिन पहले हुई इस घटना में शिक्षा विभाग ने बुधवार को 13 छात्रों को निष्कासित कर दिया है.

क्या है पूरा मामला  ?

भिवानी के बोपाड़ा गांव के सरकारी स्कूल में बीते शनिवार को 12वीं क्लास में साइंस के पीरियड के दौरान अचानक धमाका हो गया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस धमाके से महिला टीचर की कुर्सी उड़ गई। धमाका इतना जोरदार था कि कुर्सी का निचला हिस्सा टूट गया और महिला टीचर बाल-बाल बच गई। इस घटना के बाद हंगामा मच गया। जांच में पता चला कि साइंस टीचर की डांट से नाराज होकर क्लास के बच्चों ने यह हरकत की थी। इस घटना की सूचना शिक्षा विभाग को भी दी गई। इसके बाद ब्लॉक शिक्षा अधिकारी मौके पर पहुंचे। जिला शिक्षा अधिकारी ने भी प्रिंसिपल से इस घटना की जानकारी ली थी ।

 

रिमोट बम कैसे बनाया

जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि इस घटना को अंजाम देने के लिए छात्रों ने यूट्यूब पर देखकर रिमोट बम बनाने की तरकीब सीखी थी। इसके बाद एक पटाखा बम लिया और उसे रिमोट बम में तब्दील कर दिया। एक बच्चे ने बम बनाया था, जबकि दूसरे ने उसे कुर्सी के नीचे फिट कर दिया था। तीसरे बच्चे ने रिमोट का बटन दबाकर बम फोड़ दिया था।

जांच टीम पहुंची

बुधवार को जिला शिक्षा अधिकारी नरेश मेहता के नेतृत्व में शिक्षा विभाग की जांच टीम स्कूल पहुंची। इस घटना में शामिल कक्षा 12 के सभी 15 बच्चों और ग्राम पंचायत सदस्यों को भी स्कूल बुलाया गया। बच्चों के पेरेंट्स को भी मौके पर बुलाया गया। जांच में पता चला कि उस दिन कक्षा में आए 15 बच्चों में से 13 इस घटना में शामिल थे।

बच्चों को इस पर सम्मानित किया जाता

जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा कि अगर इन बच्चों ने अपने शरारती दिमाग से रिमोट बम का मॉडल बनाया होता तो हम उन्हें सम्मानित करते, लेकिन इस तरह के कृत्य के लिए उन्हें माफ नहीं किया जा सकता। बच्चों को स्कूल से निकालने पर भी चर्चा हुई है। हालांकि, उनके परिजनों ने लिखित में माफी मांगी है। विज्ञान शिक्षक ने भी बच्चों को माफ करने का अनुरोध किया है।

 

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