Yuvraj Singh Ne Retirement Ke Baad BCCI Selectors Par Sadha Nishana: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व स्टार बल्लेबाज युवराज सिंह ने चार रिटायरमेंट के चार महीने बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड और सिलेक्टर्स पर जमकर भड़ास निकाली है. युवराज सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि करियर के अंतिम दिनों में टीम प्रबंधन का रवैया उनका प्रति ठीक नहीं था. सिलेक्टर्स नहीं चाहते थे कि अब मैं आगे क्रिकेट खेलूं. युवराज ने कहा मुझे भरोसा दिलाया गया कि यो-यो टेस्ट पास करो उसके बाद आपका चयन टीम इंडिया किया जाएगा. युवराज के मुताबिक मैंने यो-यो टेस्ट भी पास किया उसके बावजूद भी मुुझे टीम में नहीं शामिल किया गया. युवराज सिंह ने ये बातें एक टीवी चैलन को दिए इंटरव्यू में कहीं. उन्होंने ये भी कहा कि मैं 2019 का क्रिकेट विश्व कप खेलना चाहता था. लेकिन टीम मैनेजमेंट ने मुझसे प्लानिंग के बारे में बात तक नहीं की. मुझे अचानक संन्यास लेना पड़ा.
नई दिल्ली. भारतीय क्रिकेट टीम के पू्र्व स्टार बल्लेबाज युवराज सिंह ने रिटायरमेंट के चार महींने बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) और टीम मैनेजमेंट पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने टीम प्रबंधन की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि मेरे प्रति टीम मैनेजमेंट का रवैया ठीक नहीं था, मुझे ये जानकारी नहीं थी कि मुझे टीम ड्रॉप कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि उनके अंतिम दिनों के खेलने में भारतीय टीम मैनेजमेंट ने जल्दबाजी की. युवराज सिंह के मुताबिक उनके सामने हर बार नए चैलेंज रखे जाते थे जिनमें बार बार अपने आपको साबित करने का दबाव होता था. उन्होंने कहा कि मेरे क्रिकेट के अंतिम दौर में टीम मैनेजमेंट ने मुझसे बात करना भी उचित नहीं समझा और न ही टीम की प्लानिंग के बारे में बात की. युवराज सिंह ने ये भी बताया कि आखिर क्यों भारतीय टीम 2019 क्रिकेट विश्व कप फाइनल नहीं जीत पाई.
आज तक चैनल को दिए इंटरव्यू में युवराज सिंह ने कहा कि मुझे पता नहीं था कि मैंने 8-9 वनडे मैच खेले हैं जिनमें दो एकदिवसीय मुकाबलों में मुझे प्लेयर ऑफ द मैच मिला इसके बावजूद टीम इंडिया में शामिल नहीं किया गया. मैंने चैम्पियंस ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शऩ किया. कुछ समय बाद मैं चोटिल हो गया. मुझसे टीम मैनेजमेंट ने कहा कि श्रीलंका के खिलाफ सीरीज के लिए तैयारी करो. इसके लिए मुझे यो यो टेस्ट पास करना जरूरी था. मैंने 36 साल की उम्र में यो यो टेस्ट पास करने की तैयारी की.
युवराज सिंह के मुताबिक चयनकर्ताओं और टीम मैनेजमेंट का मानना था कि मैं इतनी उम्र में यो-यो टेस्ट नहीं पास कर पाऊंगा लेकिन मैंने पास किया. इसके बावजूद टीम इंडिया में मेरा चयन नहीं हुआ. ये कहा जा सकता है कि मेरे करियर के अंतिम दिनों में टीम इंडिया में सिलेक्शन को लेकर बहाने बनाए गए.
युवराज सिंह ने कहा कि वह 2019 क्रिकेट वर्ल्ड कप खेलना चाहते थे लेकिन इस बारे में किसी ने उनसे बात नहीं की. उन्होंने ये भी कहा कि भारत के विश्व कप हारने की सबसे बड़ी वजह टीम में अनुभवी खिलाड़ी को शामिल नहीं करना था. उन्होंने कहा विजय शंकर को टीम में शामिल करना ठीक नहीं था क्योंकि उनके पास अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का अनुभव नहीं था. टीम इंडिया में अनुभव की कमी थी.
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युवराज सिंह ने कहा कि भारतीय क्रिकेट टीम प्रबंधन को खिलाड़ियों के रिटायरमेंट से पहले बात करनी चाहिए लेकिन वीरेंद्र सहवाग और जहीन खान सहित कई ऐसे खिलाड़ी हैं जिनसे टीम प्रबंधन ने करियर के अंतिम दिनों बात नहीं की. उन्होंने कहा कि इनके साथ भी अच्छा. व्यवहार नहीं किया गया.
युवराज सिंह के लिए क्रिकेट वर्ल्ड कप में शानदार प्रदर्शऩ किया है. उन्होंने 2007 टी20 क्रिकेट वर्ल्ड कप 2011 विश्व कप भारत को जिताने में अहम भूमिका अदा की. क्रिकेट विश्व कप 2011 में वह प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट रहे थे. अपने क्रिकटे करिय में 40 टेस्ट, 304 वनडे और 58 टी20 इंटरनेशनल मैच खेलने वाले युवराज सिंह 10 जून को अचानक क्रिकेट से रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया था.