नई दिल्ली: भारतीय टीम के लिए आने वाले दिनों में टेस्ट सीजन काफी अहम भूमिका निभाने वाला है. बांग्लादेश के खिलाफ शुरू हो रही घरेलू और विदेशी मैचों का यह सेशन ऑस्ट्रेलिया में बार्डर-गावस्कर ट्रॉफी के साथ खत्म होगा. अगले वर्ष 11 जून को लंदन के ऐतिहासिक मैदान लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड पर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप […]
नई दिल्ली: भारतीय टीम के लिए आने वाले दिनों में टेस्ट सीजन काफी अहम भूमिका निभाने वाला है. बांग्लादेश के खिलाफ शुरू हो रही घरेलू और विदेशी मैचों का यह सेशन ऑस्ट्रेलिया में बार्डर-गावस्कर ट्रॉफी के साथ खत्म होगा.
अगले वर्ष 11 जून को लंदन के ऐतिहासिक मैदान लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड पर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC)का फाइनल मैच खेला जाएगा जिधर डब्लूटीसी पॉइंट की दो शीर्ष टीमें खिताब के लिए आपस में भिड़ेंगी.
अगर बात करें वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के विनिंग प्रतिशत कि तो अभी टीम इंडिया 68.52% के साख टॉप पर बनी हुई है.ऑस्ट्रेलिया 62.5% के साथ दूसरे स्थान पर है जबकि न्यूजीलैंड 50 प्रतिशत के साथ तीसरे स्थान पर है. भारतीय टीम को डब्ल्यूटीसी फाइनल में अपनी जगह सुनिश्चित करने के लिए आने वाले सभी मैचों में बेहतरीन प्रदर्शन करना होगा.
आरसीबी की वेबसाइट पर पब्लिश एक रिपोर्ट के मुताबिक टीम इंडिया को अपना जीत प्रतिशत 60 के उप्पर बनाए रखना होगा और उसके लिए 10 में से 7 मैचों का जीतना बेहद जरूरी है . बांग्लादेश के खिलाफ 2 मैचों की सीरीज वहीं न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने होम ग्राउंड में 3 मैचों की सीरीज बेहद अहम होने वाली है. इन 5 मैचों में जीत के बाद भारतीय टीम मजबूत स्थिति में आ जाएगी.
इसके बाद भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाना है जहां बार्डर- गावस्कर ट्रॉफी में पांच टेस्ट मैच खेले जाएंगे. ऑस्ट्रेलिया में पिछले दो टेस्ट सीरीज जीतने के बाद भारतीय टीम आत्मविश्वाश से लबरेज हैं और यहां भी कम से कम दो मैचेस जीतने की उम्मीद है. अगर टीम इंडिया घरेलू सीरीज के सभी 5 मैचों और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2 मैच जीत जाती है तो वे अपनी जगह वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के लिए बरकरार रखेंगे.
वहीं अगर बात करें टीम इंडिया के वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में क्वालीफाई करने की तो उनका कम से कम 5 मैच जीतना और एक ड्रॅा अनिवार्य है.अगर भारतीय टीम 6 मैच अपने नाम करती है तो उनका जीत प्रतिशत 64.03% का हो जायेगा जिससे उनका फाइनल में पहुंचना लगभग तय हो जाएगा.