आस्ताना: विनेश फोगट भारत को कुश्ती में पहला ओलिम्पिक कोटा दिलाने में क़ामयाब हो गईं. उन्होंने महिलाओं के 50 किलोग्राम वर्ग में सुबह के सत्र में अपनी रैपिचेज़ राउंड की दो कुश्तियां जीतीं जिससे उन्होंने अपना ओलिम्पिक कोटा पक्का कर लिया. ओलिम्पिक के हर वजन में मेडल राउंड में पहुंचने पर ओलिम्पिक कोटा दिया जाता है. वहीं सीमा रैपिचेज़ राउंड की एक कुश्ती जीतने के बाद दूसरी कुश्ती में हारकर पदक की होड़ से बाहर हो गई.
अब पदक पर नजर
विनेश ने बुधवार को पूर्व वर्ल्ड चैम्पिन सोफिया मैटसन को तकनीकी दक्षता से हराया था लेकिन दो बार की वर्ल्ड चैम्पियन जापान की मायू मुकैदा से हारने की वजह से उनके हाथ में गोल्ड और सिल्वर की उम्मीद खत्म हो गईं. मुकैदा के फाइनल में पहुंचने का विनेश ने फायदा उठाया और पहले उन्होंने यूरो गेम्स की सिल्वर मेडलिस्ट यूक्रेन की यूलिया खावाल्जी को 5-0 से हराया और फिर पैन अमेरिकी गेम्स की चैम्पियन अमेरिका की सासा हिलबैंड को 8-2 से हराकर ओलिम्पिक का टिकट हासिल किया.
सदाबहार साबित हुईं विनेश
यूलिया के खिलाफ विनेश ने दो बार डबल लेग अटैक से अपनी स्थिति मज़बूत कर ली. दरअसल यूनिया का पूरा ध्यान गर्दन की पकड़ पर केंद्रित था. ऐसे में विनेश ने पैरों की ओर अटैक करने पर ध्यान केंद्रित किया जिससे वह यह मुक़ाबला 5-0 से जीतने में क़ामयाब रहीं. दिन के उनके दूसरे मुक़ाबले में अमेरिका की सारा हिलबैंड के किसी भी जवाबी हमले को उन्होंने चलने नहीं दिया और 8-2 से मुक़बला जीतकर टोक्यो का टिकट पक्का किया. अब उनका कांस्य पदक के लिए ग्रीस की मारिया प्रीवोलरस्की से मुक़ाबला होगा.
पूजा ने जीत लिया दिल
वहीं पूजा ढांडा दिन की दूसरी स्टार साबित हुईं. यह उनका दुर्भाग्य था कि वह ओलिम्पिक वजन में नहीं थीं. होतीं तो भारत का दूसरा ओलिम्पिक कोटा तय हो सकता था. उन्होंने अपने पहले मुक़ाबले में बेलारूस की कतसियाना हंचार के खिलाफ चार-चार अंकों की तकनीक तीन बार लगाकर मुकाबले को तकनीकी दक्षता के आधार पर जीता. क्वॉर्टर फाइनल में उनके सामने जापान की जूनियर वर्ल्ड चैम्पियन यूज़ुका इनागाकी थीं जिनके खिलाफ उन्होंने 0-5 से पिछड़ने के बाद जीत हासिल की. इस दौरान उनकी चार अंकों की तकनीक काबिलेगौर थी.
सरिता, नवजोत और किरण हारे
ट्रायल में पूजा ढांडा को हराने वाली सरिता मान को मालडोवा की जूनियर वर्ल्ड चैम्पियनशिप की सिल्वर मेडलिस्ट अनास्तसिया निचिता ने 5-1 से हराया. निचिता के पास अच्छे जवाबी हमले थे जबकि सरिता ऐसे मौकों का फायदा नहीं उठा पाईं. आपको याद होगा कि निचिता पीडब्ल्यूएल के एक सीज़न में हरियाणा हैमर्स की ओर से धमाकेदार प्रदर्शन करते हुए अपराजित रही थीं. पूर्व एशियाई चैम्पियन नवजोत कौर 65 किलोग्राम वर्ग में अजरबेजान की पीडब्ल्यूएल फेम अज़रबेजान की एलिस मानोवा को 5-0 से हराने में सफल रहीं जबकि 76 किलो में किरण जर्मनी की रोटर फोकन के खिलाफ 4-0 की बढ़त के बावजूद 4-5 से मुक़ाबला हार गईं.
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