World Wrestling Championships 2019: भारतीय फैन्स को जिस प्रकार के प्रदर्शन की उम्मीद अपने पहलवानों से थी उस तरह का कुछ देखने को नहीं मिला. वर्ल्ड रेसलिंग चैम्पिनशिप की ग्रीकोरोमन शैली की रेसलिंग में भारत की चुनौती खत्म हो गई है. विश्व कुश्ती चैम्पियनशिप में भारतीय फैन्स रेसलर्स के प्रदर्शन से काफी निराश हैं.
आस्ताना. World Wrestling Championships 2019: वर्ल्ड रेसलिंग चैम्पिनशिप की ग्रीकोरोमन शैली की कुश्तियों में भारत की चुनौती समाप्त हो गई है. दिल को समझाने के लिए इस बात से ज़रूर संतोष किया जा सकता है कि पहले दिन जहां भारतीय पहलवान एक भी कुश्ती नहीं जीत पाये वहीं दूसरे दिन केवल एक पहलवान एक कुश्ती जीत पाया. तीसरे दिन इस शैली की कुश्ती के अंतिम दिन दो भारतीय पहलवानों ने अपनी कुश्तियां जीतीं और उनमें भी एक पहलवान ने तकनीकी दक्षता से अपनी पहले राउंड की कुश्ती अपने नाम की.
सुपर हैवीवेट वर्ग में नवीन बेशक पहला मुकाबला पैन अमेरिकी खेलों के मेडलिस्ट क्यूबाई पहलवान से हार गये लेकिन क्यूबाई पहलवान के फाइनल में पहुंचने से उन्हें मंगलवार को रैपिचेज़ राउंड में खेलने का अवसर मिलेगा. यानी अभी कांस्य पदक की उम्मीदें बाकी हैं. वहीं मनीष ने 60 किलो में और गुरप्रीत सिंह ने 77 किलो वर्ग में एक-एक कुश्ती जीती लेकिन अगले राउंड में दोनों पहलवानों के साथ वहीं हुआ जो पिछले दो दिन से होता आया है.
मनीष पिछड़ने के बाद जीते…पर अगला मुक़ाबला हारे
मनीष ने 60 किलो वर्ग की अपनी पहली कुश्ती में फिनलैंड के लौरी जोहानेस माएओनेन को 11-3 से हराकर एक समय भारतीय खेमे में उम्मीदें जगा दी थीं. उनका पॉवर गेम उनके काम आया और वह विपक्षी को ज़ोन से बाहर धकेलकर एक-एक करके चार अंक हासिल करने में सफल रहे. तीन मौकों पर उन्होंने दो-दो अंक बटोरकर विपक्षी को घुटने टेकने के लिए मजबूर कर दिया. मगर अपनी दूसरी कुश्ती में मनीष मर्सेडोनिया के विक्टर क्लोबानू के हाथों 0-10 से हार गये. यहां विक्टर की दो मौकों पर 4-4 अंक की तकनीक उनके लिए निर्णायक साबित हुई और मनीष के पास इसका कोई जवाब नहीं था.
गुरप्रीत आसान जीत के बाद हारे
77 किलो की ग्रीकोरोमन कुश्ती में गुरप्रीत ने अपने पहले मुक़ाबले में ऑस्ट्रिया के माइकल वैग्नर को दो मौकों पर बगलडूब लगाकर आसानी से उन्हें स्टेडियम की छत दिखाने के लिए मजबूर कर दिया लेकिन दूसरी कुश्ती में सर्बिया के विक्टर नेमेस से वह 1-0 की बढ़त के बावजूद हारे. दूसरे राउंड में एक मौके पर विक्टर फ्रंट साल्तो लगाने के बावजूद ज़ोन में गुरप्रीत के नीचे गिरे जिस पर रेफरी ने उन्हें एक अंक दिया. भारत की ओर से इस फैसले को चैलेंज किया गया लेकिन चैलेंज खारिज होने से गुरप्रीत को 1-3 से यह मुक़ाबला गंवाना पड़ा.
नवीन पर भारी पड़े ऑस्कर
सुपर हैवीवेट वर्ग में मज़बूत नवीन का मुक़ाबला पहले ही राउंड में उनसे भी मज़बूत क्यूबा के ऑस्कर पिनो हिंड्स से पड़ गया. हिंड्स चार अंक की तकनीक की मदद से नवीन को तकनीकी दक्षता से हराने में सफल रहे. क्यूबाई पहलवान के फाइनल में पहुंचने से नवीन मंगलवार को रेपचेज़ राउंड में उतरेंगे. ऑस्कर पिनो ने इस साल पैन अमेरिकी खेलों में सिल्वर, पैन अमेरिकी चैम्पियनशिप में ब्रॉन्ज़, ईरान में तख्ती कप में गोल्ड और पिछले साल वर्ल्ड चैम्पियनशिप में ब्रॉन्ज़ मेडल जीता था जिनके सामने सोनीपत के नेवी में कार्यरत नवीन काफी हल्के पड़ गये.