नई दिल्ली। भारत और इंग्लैंड के बीच राजकोट में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट में यशस्वी जायसवाल ‘रिटायर्ड हर्ट’ हो गए थे। मैच की तीसरी और भारत की दूसरी पारी के दौरान शतक पूरा करने के बाद यशस्वी जायसवाल को बैक में कुछ परेशानी हुई, जिसके बाद उन्होंने ‘रिटायर्ड हर्ट’ होने का निर्णय लिया। लेकिन […]
नई दिल्ली। भारत और इंग्लैंड के बीच राजकोट में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट में यशस्वी जायसवाल ‘रिटायर्ड हर्ट’ हो गए थे। मैच की तीसरी और भारत की दूसरी पारी के दौरान शतक पूरा करने के बाद यशस्वी जायसवाल को बैक में कुछ परेशानी हुई, जिसके बाद उन्होंने ‘रिटायर्ड हर्ट’ होने का निर्णय लिया। लेकिन अब सवाल यह उठ रहा है कि क्या भारतीय ओपनर फिर से बल्लेबाजी कर पाएंगे या नहीं? तो आइए जानते हैं ‘रिटायर्ड हर्ट’ पर क्या है आईसीसी का नियम।
आपको बता दें कि मुकाबले के तीसरे दिन भारत की दूसरी इनिंग के दौरान जायसवाल ‘रिटायर्ड हर्ट’ हुए थे। भारत की दूसरी पारी में ओपनिंग करने उतरे यशस्वी ने 133 गेंदों में 9 चौके और 5 छक्के लगाकर 104 रन बना लिए हैं। शतक पूरा करने के बाद यशस्वी पीठ के दर्द से जूझते हुए दिखे थे, जिसके बाद फिजियो मैदान पर आए और उनसे ट्रीटमेंट लेने के बाद जायसवाल ने फिर से बल्लेबाजी शुरू की। लेकिन उनको फिर दिक्कत हुई और आखिर में 42वां ओवर पूरा होने के बाद वो रिटायर हर्ट हो गए।
जहां तक यशस्वी का दोबारा बल्लेबाजी पर उतरने का सवाल है, तो वो मुकाबले के चौथे दिन बैटिंग के लिए उतर सकते हैं। मेरीलेबोन क्रिकेट क्लब के 25.4.2 नियम के अनुसार, अगर कोई बल्लेबाज चोट, बीमारी या अन्य किसी अनिवार्य कारण से रिटायर हो जाता है, तो वो अपनी पारी वहीं से दोबारा शुरू कर सकता है। अब यह यशस्वी जायसवाल की फिटनेस पर निर्भर करता है कि वो दोबारा बैटिंग के लिए उतरेंगे या नहीं।