आईपीएल में कोलकाता नाइटराइडर्स के लिए कप्तानी के लिए अभी भी कप्तानी का सवाल बना हुआ है. क्रिस लिन, कुलदीप यादव और रॉबिन उथप्पा इसके प्रबल दावेदार नजर आ रहे हैं. हालांकि क्रिस लिन अब तक सबसे बड़े दावेदार के रूप में उभर कर सामने आए हैं.
कोलकाताः आईपीएल की शेड्यूल की घोषणा होने के बाद सभी टीमें अब इसकी तैयारियों में लग गई हैं. कई टीमों ने तो अपने कप्तान तय कर लिए हैं लेकिन कई टीमें अब भी ऐसी हैं जो अब भी कप्तानी को लेकर पेशोपेश में है. कोलकाता नाइटराइडर्स भी एक ऐसी टीम है. गौतम गंभीर को दिल्ली डेयरडेविल्स में चले जाने के बाद उसके ऊपर कप्तानी का प्रश्न चिन्ह लटका हुआ है. हालांकि इसके लिए कई दावेदार भी सामने आ रहे हैं.
कोलकाता नाइटराइडर्स ने इसके लिए अपने ट्वीटर हैंडल पर एक वोटिंग पोल भी चलाया. इसके अनुसार नाइटराइडर्स के फैन ने ऑस्ट्रेलियाई क्रिस लिन, भारत के रॉबिन उथप्पा और चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव को कप्तानी के लिए उपयुक्त विकल्प बताया है. हालांकि केकेआर ने अपने इस ट्वीट में यह जाहिर नहीं किया कि किस दावेदार को सबसे अधिक वोट मिले हैं. इसके अलावा भी कोलकाता के पास दिनेश कार्तिक, आंद्रे रसेल और सुनील नरेन जैसे अनुभवी दावेदार हैं. हालांकि इन सब में ऑस्ट्रेलिया के विस्फोटक बल्लेबाज क्रिस लिन की दावेदारी सबसे अधिक मानी जा रही है.
कोलकाता नाइटराइडर्स के कोच और मेंटर जॉक कालिस ने भी क्रिस लिन को कप्तान बनाने की तरफ ही इशारा किया है. लिन ने भी टीम की कप्तानी करने में अपनी दिलचस्पी दिखाई है. लिन ने कहा है कि अगर उन्हें मौका मिला तो वह केकेआर की कप्तानी करना जरूर पसंद करेंगे. लिन ने आगे कहा कि केकेआर में काफी अच्छे खिलाड़ी हैं साथ ही टीम का कोचिंग स्टाफ भी कमाल का है. इस टीम के साथ जैक कैलिस, हीथ स्ट्रीक और साइमन कैटिच जैसे दिग्गज क्रिकेटर जुड़े हैं जिनसे मैं आसानी से बात कर सकता हूं. आइपीएल के इस सीजन में लिन को केकेआर ने 9.8 करोड़ की बड़ी रकम देकर खरीदा है.
We received close to half a million suggestions for #KnightsOf2018. 🙌
Thank you #KnightRiders for your participation! #KorboLorboJeetbo pic.twitter.com/BLANWv419v— KolkataKnightRiders (@KKRiders) February 17, 2018
कोलकाता नाइट राइडर्स के सबसे बड़े फैन को बेवफा बनाने की कोशिश करेंगे गौतम गंभीर, किया ये भावुक ट्वीट
कोहली तोड़ सकते हैं मास्टर ब्लास्टर सचिन के 100 शतकों का रिकॉर्ड : गुंडप्पा विश्वनाथ