नई दिल्ली: इंडियन प्रीमियर लीग के 18वें सीजन (आईपीएल 2025) में टीमों की तस्वीर बदली हुई नजर आएगी क्योंकि नए सीजन की शुरुआत से पहले खिलाड़ियों का मेगा ऑक्शन होगा और इस ऑक्शन में टीम के कुछ आइकन खिलाड़ियों को छोड़कर ज्यादातर खिलाड़ी नीलामी में नजर आएंगे, जिनके लिए दूसरी टीमों में भी होड़ मची […]
नई दिल्ली: इंडियन प्रीमियर लीग के 18वें सीजन (आईपीएल 2025) में टीमों की तस्वीर बदली हुई नजर आएगी क्योंकि नए सीजन की शुरुआत से पहले खिलाड़ियों का मेगा ऑक्शन होगा और इस ऑक्शन में टीम के कुछ आइकन खिलाड़ियों को छोड़कर ज्यादातर खिलाड़ी नीलामी में नजर आएंगे, जिनके लिए दूसरी टीमों में भी होड़ मची रहेगी। लेकिन नीलामी से पहले ही आईपीएल की सभी 10 टीमें चाहती हैं कि उन्हें ज्यादा से ज्यादा खिलाड़ियों को रिटेन करने की इजाजत मिले, इसके अलावा उन्हें राइट टू मैच (आरटीएम) के आधार पर नीलामी में ज्यादा से ज्यादा खिलाड़ियों को अपनी टीम में लाने का अधिकार मिले।
ऐसी कई खास मांगों को लेकर आईपीएल फ्रेंचाइजियों ने आईपीएल अधिकारियों को अपनी मांगों का मसौदा भेजा है। इन मसौदों में टीमों ने अपनी मांगें रखी हैं, जिन पर आईपीएल गवर्निंग काउंसिल को फैसला लेना है। कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि लगभग हर आईपीएल टीम चाहती है कि लीग में मेगा नीलामी हर तीन साल की बजाय हर 5 साल में होनी चाहिए। आईपीएल में दो बार ऐसा भी हुआ है, जब नीलामी 4-4 साल बाद हुई है।
हर 5 साल बाद मेगा ऑक्शन होना चाहिए। इसके पीछे तर्क यह है कि टीमें अनकैप्ड खिलाड़ियों को निखारने में दो से तीन साल लगा देती हैं और फिर मेगा ऑक्शन की वजह से वे दूसरी टीमों के पास चले जाते हैं। इसके अलावा फैन एंगेजमेंट और ब्रांड बिल्डिंग पर भी असर पड़ता है।
4 से 6 खिलाड़ी रिटेन किए जाएं टीमें चाहती हैं कि मेगा ऑक्शन से पहले उन्हें अपने 4 से 6 खिलाड़ियों को रिटेन करने का अधिकार मिल जाए। टीमें अपने खिलाड़ियों के साथ डील कर सकें। आईपीएल 2022 के मेगा ऑक्शन में भी यही हुआ था। उस समय टीमें 4-4 खिलाड़ियों को अपने पास रख सकती थीं। टीम इस बार भी कुछ ऐसा ही चाहती है।
बता दें कि RTM को लेकर भी है बड़ी चाहत सिर्फ यही नहीं, टीमें यह भी चाहती हैं कि अगर आईपीएल गवर्निंग काउंसिल ज्यादा से ज्यादा खिलाड़ियों को ऑक्शन में रखना चाहती है तो उन्हें ज्यादा से ज्यादा राइट टू मैच (RTM) अधिकार भी मिलने चाहिए। ताकि खिलाड़ियों पर सबसे ज्यादा बोली लगने के बाद वे नीलामी की कीमत पर RTM का इस्तेमाल करके अपने पसंदीदा खिलाड़ियों को अपने खेमे में बनाए रख सकें। कुल मिलाकर टीम अपने 8 से 9 खिलाड़ियों को अपने पास बनाए रखना चाहती है, ताकि कोर बनी रहे और वे आईपीएल सीजन में अपनी रणनीति और मजबूती बरकरार रख सकें।
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