भारतीय क्रिकेट टीम के चयनकर्ता इन दिनों विवादों के घेरे में हैं. वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दौरान मुरली विजय और शिखर धवन को टेस्ट टीम में जगह न देने के चलते चयनकर्ताओं की फजीहत हो रही है. मुरली विजय और करुण नायर राष्ट्रीय चयन समिति पर संवाद की कमी का आरोप लगा चुके हैं.
नई दिल्ली. टीम इंडिया के राष्ट्रीय चयनकर्ता इन दिनों विवादों के घेरे में हैं. मीडिया में ऐसी खबरें आ रही हैं कि वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज से टीम से बाहर किए गए मुरली विजय और शिखर धवन के साथ चयनकर्ताओं के संवाद की कमी रही. वहीं चयनकर्ताओं का कहना है कि मुरली विजय और शिखर धवन के साथ इस बारे में बात की.
वहीं सीओए प्रमुख विनोद राय की अध्यक्षता वाली कमेटी का भी मानना है कि चयनकर्ताओं ने मुरली विजय और शिखर धवन से इस बारे में बात की है. लेकिन कुछ क्रिकेटर्स जो अपना नाम जाहिर करना नहीं चाहते हैं उनका कहना है कि इन दोनों क्रिकेटर्स ने चयनकर्ताओं ने कोई बात नहीं की. वहीं जब इस बात का पता टीम प्रबंधन को चला तो वो इस दुविधा को लेकर काफी नाराज है. टीम प्रबंधन की तरफ से सूत्रों का कहना है कि ये बात साफ हो गई है या तो इस मामले पर खिलाड़ी झूठ बोल रहे हैं या फिर चयनकर्ता हकीकत नहीं बयां कर रहे हैं.
सूत्रों का कहना है कि अगर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड और क्रिकेट प्रशासकीय कमेटी इस मुद्दे को सुलझाना चाहते हैं तो उन्हें टीम के कप्तान, कोच और सीनियर खिलाड़ियों और चयनकर्ताओं के साथ बात कर इन खिलाड़ियों की बातें क्यों नहीं सुनते जब दोनों खिलाड़ियों से बात की जाएगी तो इससे स्पष्ट हो जाएगा कि झूठ कौन बोल रहा है.
गौरतलब है कि वेस्टइंडीज के खिलाफ 2 टेस्ट मैचों की सीरीज के दौरान टीम इंडिया के सीनियर बल्लेबाज मुरली विजय और शिखर धवन को टीम से बाहर कर दिया गया था. शिखर धवन ने एशिया कप में टीम इंडिया की तरफ से धुआंधार प्रदर्शन करते हुए सबसे ज्यादा रन बनाए थे. शिखर धवन के उम्मीद धी कि उन्हें वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज में मौका दिया जाएगा. हाल ही में मुरली विजय और करुण नायर मीडिया के सामने कथित तौर पर चयन समित पर संवाद की कमी का आरोप लगाया था.
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