राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज खेलो में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को सम्मानित किया. टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली और भारोत्तोलक मीराबाई चानू को 2018 का राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार दिया गया. इसके अलावा राष्ट्रपति ने खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार से भी सम्मानित किया.
नई दिल्ली. टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली और विश्व विख्यात वेटलिफ्टर मीराबाई चानू को सुंयुक्त रूप से देश के सबसे खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से नवाजा गया है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन में इन दोनों दिग्गज खिलाड़ियों को खेल रत्न से सम्मानित किया. इसके अलावा खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों और कोचों को अर्जुन पुरस्कार, द्रोणाचार्य पुरस्कार, ध्यानचंद पुरस्कार से भी नवाजा गया.
अर्जुन पुरस्कार पाने वाले खिलाड़ी
नीरज चोपड़ा, जिन्सन जॉनसन और हिमा दास को एथलेटिक्स में शानदार प्रदर्शन करने पर अर्जुन अवार्ड मिला. मुक्केबाजी में ये पुरस्कार सतीश कूमार को मिला. बैडमिंटन में एन सिक्की रेड्डी को, क्रिकेट में स्मृति मंदाना, गोल्फ में शुभंकर शर्मा, हॉकी में मनप्रीत सिंह और सविता सिंह पोलो में रवि राठौड़, निशानेबाजी में राही सरनोबत, अंकुर मित्तल औइर श्रेयसी सिंह, टेबिल टेनिस में मनिक बत्रा, जी सथियान, टेनिस में रोहन बोपन्ना, कुश्ती में सुमित, वुशू में पूजा काडिया, पैरा एथलेटिक्स में अंकुर धामा और पैरा बैडमिंटन में मनोज सरकार को अर्जुन अवार्ड मिला.
द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता
द्रोणाचार्य पुरस्कार खेलों में प्रशिक्षण देने और उत्कृष्ट कार्य करने वाले कोचों को दिया जाता है. इस लिए इसे द्रोणाचार्य पुरस्कार के नाम से जाना जाता है. आज जिन कोचों को ये पुरस्कार दिया गया वे इस प्रकार है. मुक्केबाजी में सी ए कुट्टपा, भारोत्तोलन में विजय शर्मा, टेबिल टेनिस में ए श्रीनिवास राव, एथलेटिक्स में सुखदेव सिंह पन्नू, हॉकी में क्लेरेंस लोबो आजीवन, क्रिकेट में तारक सिन्हा आजीवन, जूडो में जीवन कुमार शर्मा आजीवन, एथलेटिक्स में वी अर वीडु को द्रोणाचार्य पुरस्कार मिला.
ध्यान चंद पुरस्कार विजेता
जहां तक ध्यान चंद पुरस्कार की बात है तो सत्यदेव प्रसाद को तीरंदाजी में, भरत कुमार क्षेत्री को हॉकी में बॉबी अलॉयसियस को एथलेटिक्स में और चौगले दादू दत्तात्रेय को कुश्ती में ध्यान चंद पुरस्कार से नवाजा गया.
गौरतलब है कि राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार पाने वाले खिलाड़ी को प्रशस्ति पत्र के अलावा साढे सात लाख रुपये नकद दिए जाते हैं. वहीं अर्जुन पुरस्कार, द्रोणाचार्य पुरस्कार और ध्यान चंद पुरस्कार विजेताओं को लघु प्रतिमाएं, प्रमाण पत्र और पांच लाख रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाता है