नई दिल्ली : शायद आपको याद हो कि 16 साल पहले भारत ने महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में पहला टी20 विश्व कप पाकिस्तान को हराकर जीता था. भारत ने अपना पहला विश्व कप 1983 में कपिल देव की कप्तानी में उस समय की दिग्गज टीम वेस्टइंडीज को हराकर जीता था.
आज शेफाली वर्मा की अगुवाई में भारत की अंडर 19 महिला टीम इंग्लैंड से लोहा लेने उतरेगी. भारत को इतिहास रचने के लिए सिर्फ एक जीत की जरूरत है.
भारत और इंग्लैंड के बीच विश्व कप का फाइनल मैच रविवार को अफ्रीका के पोचेफस्ट्रम में खेला जाएगा. दोनों ही टीम इतिहास रचने की कोशिश करेगी. क्योंकि ये महिला अंडर-19 का पहला विश्व कप अफ्रीका में खेला जा रहा है. जो भी टीम फाइनल मैच जीतेगी उसका नाम इतिहास में दर्ज हो जाएगा. भारतीय कप्तान शेफाली वर्मा की भी कोशिश है कि वे इतिहास लिखे. भारतीय दर्शकों को पूरी उम्मीद है कि महिला टीम इतिहास रचने में कामयाब होगी.
2007 में पहली बार मेंस टी20 का आयोजन किया गया था. उसी तरह महिला विश्व कप का पहली बार आयोजन किया जा रहा है. इससे पहले सिर्फ मेंस क्रिकेट का ही अंडर-19 विश्व कप खेला जाता था.
भारतीय टीम विश्व कप में 6 मैच खेले है. जिसमें भारत ने 5 मैच में जीत दर्ज की है. भारतीय महिला टीम को ऑस्ट्रेलिया से हार का सामना करना पड़ा था. इन ही कारणों से भारतीय टीम अब इंग्लैंड को हराने की क्षमता रखती है.
भारतीय महिला टीम ने विश्व कप में शानदार प्रदर्शन किया है. अर्चना देवी ने भारत के लिए विश्व कप में 6 विकेट झटके है. वहीं भारतीय कप्तान शेफाली वर्मा जो सिनीयर टीम में भी खेलती है उसका टीम को फायदा मिल सकता है. वे विश्व कप में रन बनाने के मामले में तीसरे स्थान पर काबिज है. श्वेता सहरावत ने शानदार प्रदर्शन किया है. सेहरावत ने 6 मैच में 292 रन बनाकर टॉप स्कोरर बनी हुई है.
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