डरबन के मैदान पर साउथ अफ्रीका और श्रीलंका के बीच खेले जा रहे टेस्ट मैच में कुछ ऐसा देखने को मिला जो अब तक 100 सालों में नहीं देखने मिला था , जिसमें श्रीलंका की टीम सिर्फ 83 गेंदों का सामना करने के बाद आउट हो गई।
नई दिल्ली : क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में टेस्ट एक ऐसा मैच है जहां बल्लेबाजों को इत्मीनान से लंबी पारियां खेलने का पूरा मौका मिलता है।लेकिन इस फॉर्मेट में आज कल बल्लेबाज ज्यादा देर नहीं टिक पा रहे है और ऐसा ही कुछ डरबन में भी हुआ. बता दें खेले जा रहे साउथ अफ्रीका और श्रीलंका के बीच 2 मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले मुकाबले में श्रीलंका महज 43 पर रन ऑल-आउट पर हो गई।इसके चलते टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में अपना जहां सबसे कम स्कोर बनाया तो वहीं उनके नाम पिछले 100 सालों में एक अनचाहा रिकॉर्ड भी दर्ज हो गया।
डरबन टेस्ट मैच में श्रीलंका की टीम अपनी पहली पारी में सिर्फ 42 रन पर सिमट गई. उन्होंने सिर्फ 83 गेंदें यानी 13.5 ओवर्स का ही सामना करने में कामयाब हो सकी। ये टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में पिछले 100 सालों में अब तक का सबसे कम गेंदों का सामना करते हुए टीम के ऑल आउट होने का रिकॉर्ड है। इससे पहले साल 1924 में साउथ अफ्रीका की टीम इंग्लैंड के खिलाफ एजबेस्टन टेस्ट मैच में सिर्फ 30 रन के स्कोर पर सिमट गई थी जिसमें उन्होंने 75 गेंदों का सामना किया था। श्रीलंकाई टीम की डरबन टेस्ट मैच की पहली पारी को लेकर बात की जाए तो टीम के 9 प्लेयर्स दहाई का आंकड़ा तक छूने में सफल नहीं हो सके।
साउथ अफ्रीका टीम के लिए श्रीलंका की पहली पारी को सिर्फ 42 के स्कोर पर आउट करने में मार्को यानसन की गेंदबाजी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जिसमें यांसन ने सिर्फ 6.5 ओवर्स में 13 रन देने के साथ 7 विकेट हासिल किए। इसके अलावा गेराल्ड कोएत्जे 2 और कगिसो रबाडा ने भी एक विकेट लेने में सफलता पाई । साउथ अफ्रीका को इस मैच में 149 रनों की बढ़त मिल गई हैं जो इस मुकाबले को जीतने में अहम साबित होगी। श्रीलंका और साउथ अफ्रीका दोनों ही वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में पहुंचने की रेस में शामिल हैं।
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