Advertisement
  • होम
  • खेल
  • कहीं बेंगलुरु-पुणे जैसा न हो जाए हाल! तीसरे टेस्ट में जीत के लिए टीम इंडिया को दूर करनी होगी सबसे बड़ी कमजोरी

कहीं बेंगलुरु-पुणे जैसा न हो जाए हाल! तीसरे टेस्ट में जीत के लिए टीम इंडिया को दूर करनी होगी सबसे बड़ी कमजोरी

नई दिल्ली: वानखेड़े स्टेडियम में टीम इंडिया की प्रतिष्ठा दांव पर है. सीरीज का तीसरा और लास्ट टेस्ट मैच बड़ा ही दिलचस्प है. कीवी टीम बैकफुट पर है और दूसरी पारी में 171 रन पर 9 विकेट गंवा चुकी है. मेहमानों के पास फिलहाल सिर्फ 143 रनों की बढ़त है, लेकिन वानखेड़े में चौथी पारी […]

Advertisement
  • November 3, 2024 9:26 am Asia/KolkataIST, Updated 2 months ago

नई दिल्ली: वानखेड़े स्टेडियम में टीम इंडिया की प्रतिष्ठा दांव पर है. सीरीज का तीसरा और लास्ट टेस्ट मैच बड़ा ही दिलचस्प है. कीवी टीम बैकफुट पर है और दूसरी पारी में 171 रन पर 9 विकेट गंवा चुकी है. मेहमानों के पास फिलहाल सिर्फ 143 रनों की बढ़त है, लेकिन वानखेड़े में चौथी पारी के रिकॉर्ड को देखते हुए भारतीय टीम की जीत पक्की नहीं मानी जा सकती. अगर रोहित की पलटन को मायानगरी मुंबई में सीरीज में पहली जीत का स्वाद चखना है तो उसे अपनी सबसे बड़ी कमजोरी से पार पाना होगा.

दूर करनी होगी सबसे बड़ी कमजोरी

न्यूजीलैंड के खिलाफ खेली जा रही टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया की सबसे बड़ी कमजोरी लगातार विकेट खोना है। बेंगलुरु में भारतीय टीम ने एक के बाद एक विकेट गंवाए और पूरी टीम महज 46 रन पर रुक गई. पुणे की दोनों पारियों में ऐसी ही स्थिति बनी. दूसरे टेस्ट में 359 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम एक समय 96 के स्कोर पर एक विकेट खोकर मजबूत स्थिति में दिख रही थी. हालांकि, इसके बाद भारतीय बल्लेबाजों ने अचानक ‘तू चल’ की राह पकड़ ली. मैं आया’ और कुछ ही देर में टीम ने महज 167 के स्कोर पर अपने 7 विकेट गंवा दिए.

83 रन जोड़कर गंवाए 6 विकेट

ऐसा ही कुछ मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच की पहली पारी में देखने को मिला. भारतीय टीम ने 78 के स्कोर पर सिर्फ एक विकेट खोया था, लेकिन 84 रन तक पहुंचते-पहुंचते टीम के चार बल्लेबाज पवेलियन लौट चुके थे. टीम ने पहली पारी में सिर्फ 83 रन जोड़कर अपने आखिरी छह विकेट गंवा दिए थे. अब अगर वानखेड़े में साख की लड़ाई जीतनी है तो इस कमजोरी को हर हाल में दूर करना होगा, नहीं तो बेंगलुरु-पुणे जैसा हश्र मुंबई में भी हो सकता है.

वानखेड़े में आसान नहीं होगी राह

भारतीय टीम के लिए वानखेड़े में जीत की राह आसान नहीं होगी. इस मैदान पर केवल एक बार चौथी पारी में कोई भी टीम 100 से ज्यादा का रन चेज करने में सफल रही है. भारत के खिलाफ खेलते हुए दक्षिण अफ्रीका ने 163 रन बनाकर मैच जीता था.

Also read…

सरकार का वक्फ संशोधन बिल होगा फेल! 13 दिन में 3.66 करोड़ मुस्लिमों ने भेजा ईमेल

Advertisement