नई दिल्ली। लियोनेल मेसी की टीम अर्जेंटीना ने 36 साल बाद वर्ल्ड कप की ट्रॉफी अपने नाम किया। फीफा फाइनल जीतते ही क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने पूरी अर्जेंटीना टीम को बधाई देते हुए मेसी को खास संदेश भेजा है।
बता दें कि लियोनेल मेसी और सचिन तेंदुलकर दोनों ही अपने खेल के महान खिलाड़ी हैं, जिसके कारण सचिन को क्रिकेट का भगवान को कुछ लोग लियोनेल मेसी को फुटबॉल का भगवान कहते हैं। भारत में क्रिकेट बहुत लोकप्रिय खेल है और इसको गेम से बढ़कर धर्म की तरह देखा जाता है। हर धर्म में कोई न कोई भगवान होते हैं और इस धर्म के भगवान सचिन तेंदुलकर हैं। ठीक इसी तरह का कद फुटबॉल में लियोनेल मेसी का है, भारत सहित पूरी दुनिया में उनकी करोड़ो फैंन फॉलोइंग है, सभी इस वर्ल्ड कप में मेसी की टीम अर्जेंटीना के जीतने की प्रार्थना कर रहे थे। अब उनकी दुआ रंग लाई। लियोनेल मेसी ने ये अपना पहला वर्ल्ड कप जीता है। इस जीत से सचिन बहुत खुश हैं और उन्होंने मेसी के नाम एक संदेश लिखा है।
क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर और फुटबॉल के भगवान माने जाने वाले लियोनेल मेसी के बीच कई समानताएं देखने को मिलती हैं, जो इनको खास बनाती है। दरअसल दोनों की जर्सी का नंबर एक ही है, जब सचिन खेलते थे तो वो 10 नंबर की जर्सी पहनते थे और मेसी के जर्सी का नंबर भी 10 ही है। इसके अलावा मेसी की टीम अर्जेंटीना 8 साल पहले फीफा का वर्ल्ड कप हार गई थी, ठीक इसी तरह 2011 में वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय क्रिकेट टीम भी इससे 8 साल पहले फाइनल हार गई थी। उस समय ऑस्ट्रेलिया ने फाइनल में भारत को हरा कर सचिन का सपना तोड़ा था।
गौरतलब है कि साल 2011 में वनडे वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले में सचिन तेंदुलकर को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया था। ठीक इसी तरह इस वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में क्रोएशिया के खिलाफ लियोनेल मेसी को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया है। इसके अलावा एक और समानता दोनों को खास बनाती है, दरअसल 2011 का विश्व कप सचिन तेंदुलकर का आखिरी वर्ल्ड कप था और टीम ने क्रिकेट के सबसे टूर्नामेंट को जीता था। ठीक इसी तरह 2022 का फीफा वर्ल्ड कप लियोनेल मेसी का आखिरी वर्ल्ड कप माना जा रहा है और अर्जेंटीना ने फुटबॉल के सबसे बड़े टूर्नामेंट को अपने नाम कर लिया है।
फ्रांस बनाम अर्जेंटीना के बीच हुए फीफा वर्ल्ड कप के फाइनल में लियोनेल मेसी ने एक के बाद एक कई रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं। लियोने मेसी फीफा के एक संस्करण में ग्रुप स्टेज, प्री क्वार्टर फाइनल, क्वार्टर फाइनल, सेमीफाइनल और फाइनल में गोल दागने वाले पहले फुटबॉलर बन गए हैं। इसके अलावा उन्होंने 13 गोल और 8 असिस्ट के साथ सर्वाधिक 21 गोल दागने वाले खिलाड़ी बन गए हैं। उन्होंने 18 साल की उम्र में अपना पहला गोल दागा था, अब 35 साल की उम्र में भी गोल दागने और असिस्ट करने वाले सबसे कम उम्र और सबसे ज्यादा उम्र के खिलाड़ी बने। इसके साथ ही फाइनल में गोल दागने के साथ ही मेसी ने अपने इंटरनेशनल करियर में 100 गोलों को पूरा किया।
FIFA World Cup : मेसी का सपना हुआ पूरा, 36 साल बाद अर्जेंटीना बना चैंपियन
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