इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) हर साल BCCI को भारी मुनाफा देता है। स्पॉन्सरशिप, ब्रॉडकास्टिंग और लाइव स्ट्रीमिंग राइट्स जैसे कई स्रोतों से BCCI
नई दिल्ली: इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) हर साल BCCI को भारी मुनाफा देता है। स्पॉन्सरशिप, ब्रॉडकास्टिंग और लाइव स्ट्रीमिंग राइट्स जैसे कई स्रोतों से BCCI अरबों रुपये कमा रहा है। हाल ही में यह जानकारी सामने आई कि 2023 के सीजन से BCCI को 5,000 करोड़ रुपये से भी ज्यादा का फायदा हुआ। इतनी बड़ी कमाई के साथ यह लीग दुनिया की सबसे अमीर खेल लीगों में शामिल हो गई है। लेकिन क्या आपने सोचा है कि IPL पर टैक्स लगता है या नहीं?
हकीकत यह है कि IPL से होने वाली हजारों करोड़ रुपये की कमाई पर BCCI को कोई टैक्स नहीं देना पड़ता। 2021 में BCCI ने अपील की थी कि उनका मुख्य उद्देश्य क्रिकेट को बढ़ावा देना है, इसलिए IPL को टैक्स से छूट मिलनी चाहिए। इस अपील को इनकम टैक्स अपीलेट ट्राइब्यूनल (ITAT) ने मंजूरी दे दी थी। जब तक BCCI IPL से होने वाले मुनाफे का इस्तेमाल क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए करता रहेगा, तब तक यह लीग टैक्स से मुक्त रहेगी। हालांकि, खिलाड़ियों की कमाई पर टैक्स जरूर लगता है।
2016-2017 में रेवेन्यू डिपार्टमेंट ने BCCI को तीन कारण बताओ नोटिस जारी किए थे, जिसमें पूछा गया था कि उन्हें IPL की कमाई पर टैक्स क्यों नहीं देना चाहिए। इस पर BCCI ने ITAT की मुंबई बेंच में अपील की थी। ITAT ने रेवेन्यू डिपार्टमेंट की याचिका को खारिज करते हुए BCCI के पक्ष में फैसला सुनाया था। इस फैसले के बाद BCCI को IPL की कमाई पर टैक्स से छूट मिल गई, बशर्ते वह मुनाफा क्रिकेट को बढ़ावा देने में खर्च हो।
IPL भले ही BCCI के लिए टैक्स फ्री हो, लेकिन खिलाड़ियों, फ्रेंचाइजी और अन्य संबंधित पक्षों से टैक्स के रूप में सरकार को करोड़ों रुपये का फायदा जरूर होता है।
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