नई दिल्ली. महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में भारतीय क्रिकेट टीम ने साल 2007 में आज के दिन इतिहास रचा था. 24 सितंबर 2007 को जोहान्सबर्ग में भारत ने टी20 क्रिकेट विश्व कप फाइनल में पाकिस्तान को हराकर खिताब जीता. भारत ने इस खिताबी मुकाबले में पाकिस्तान को 5 रनों से शिकस्त दी. टीम इंडिया को विश्व चैम्पियन बनाने में गौतम गंभीर और इरफान पठान का सबसे बड़ा योगदान था. गंभीर ने जहां फाइनल मुकाबले में सबसे ज्यादा रन बनाएं वहीं दूसरी तरफ इरफान पठान किफायती बॉलिंग करते हुए सबसे ज्यादा विकेट लिए.
जोहान्सबर्ग में खेले गए 2007 टी20 क्रिकेट वर्ल्ड कप फाइनल में महेंद्र सिंह धोनी ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी की. भारत की तरफ से सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने सबसे ज्यादा 75 रन बनाए. उनके अलावा रोहित शर्मा ने नाबाद 30 रनों की पारी खेली. पाकिस्तान की तरफ से उमर गुल ने सबसे ज्यादा तीन विकेट लिए. लक्ष्य का पीछा करने उतरी पाकिस्तान की टीम की शुरुआत ठीक नहीं रही. मध्यक्रम के लड़खाने के बाद मिस्बाह उल हक ने मोर्चा संभाला. एक सयम ऐसा लग रहा था कि पाकिस्तान आसानी से विश्न कप जीत जाएगा.
मिस्बाह उल हक अंतिम ओवर्स के दौरान भारतीय बॉलर्स पर लगातार प्रहार कर रहे थे. इसके बाद महेंद्र सिंह धोनी ने पारी का अंतिम फेंकने के लिए जोगिंदर शर्मा को गेंद दी. जोगिंदर ने पहली गेंद वाइड रही. इसके बाद अगली गेंद पर मिस्बाह कोई रन नहीं बना पाए. जोगिंदर की दूसरी गेंद पर मिस्बाह ने छक्का जड़ दिया. इस दौरान टीम इंडिया सहित क्रिकेट फैन्स की सांसे थम गईं. अब पाकिस्तान को मैच जीतने के लिए 4 गेदों पर 6 रनों की जरूरत थी. जोगिंदर ने तीसरी को मिस्बाह ने फाइन लेग की तरफ हवा में खेल दिया. गेंद बाउंड्री लाइन की तरफ जाने बजाय हवा में झूल गई. उसी क्षेत्र में एस श्रीसंत फील्डिंग कर रहे थे उन्होंने शानदार कैच लपककर मिस्बाह की पारी का अंत कर दिया. इसके साथ ही भारत 5 रनों से फाइनल जीत गया.
भारत को टी20 वर्ल्ड कप फाइनल तक पहुंचाने और चैम्पियन बनाने में युवराज, गौतम गंभीर, महेंद्र सिंह धोनी और इरफान पठान का योगदान रहा. पूरे विश्व कप के दौरान महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी लाजवाब रही. उन दिनों टीम इंडिया में मैच विनर खिलाड़ी थे जिनमें अकेले किसी मैच को पलटने का माद्दा था.
वहीं अब एक साल के बाद विराट कोहली की टीम इंडिया टी20 क्रिकेट विश्न कप खेलेगी. कोहली की टीम से उम्मीद है कि वह भारत को टी20 क्रिकेट विश्व कप में चैम्पियन बनाएंगे. लेकिन कोहली की टीम में अगर भरोसेमंद बल्लेबाजों की बात की जाए तो उनकी कमी है. महेंद्र सिंह धोनी अपने करियर के अंतिम चरण में हैं. वह आगामी 2020 का टी20 क्रिकेट वर्ल्ड कप खेलेंगे या नहीं अभी तय नहीं है. ऐसे में विराट की चुनौतियां बढ़ जाएंगी. इसके बाद उनके पास इस समय युवराज सिंह जैसा कोई बल्लेबाज नहीं जिसे देख दुनिया के गेंदबाजों पर प्रेशर हो. टीम इंडिया के पास रोहित शर्मा और खुद कप्तान विराट कोहली हैं जो भारत को संकट से निकालने की क्षमता रखते हैं लेकिन पूरे वर्ल्ड कप में सिर्फ इन्हीं दो बल्लेबाजों पर निर्भर रहना ठीक नहीं है. कुल मिलाकर विराट कोहली अभी तक 2007 विश्व विजेता टीम नहीं बना पाए हैं.
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