भारत को हराकर श्रीलंका ने रचा इतिहास, पहली बार जीता महिला एशिया कप 2024

महिला एशिया कप 2024 का खिताब श्रीलंका ने जीत लिया है। फाइनल में भारत को 8 विकेट से हराकर श्रीलंका ने हरमनप्रीत कौर के 9वां एशिया

Advertisement
भारत को हराकर श्रीलंका ने रचा इतिहास, पहली बार जीता महिला एशिया कप 2024

Anjali Singh

  • July 28, 2024 6:47 pm Asia/KolkataIST, Updated 4 months ago

नई दिल्ली: महिला एशिया कप 2024 का खिताब श्रीलंका ने जीत लिया है। फाइनल में भारत को 8 विकेट से हराकर श्रीलंका ने हरमनप्रीत कौर के 9वां एशिया कप जीतने के सपने को तोड़ दिया। भारत ने पहले खेलते हुए 20 ओवर में 6 विकेट खोकर 165 रन बनाए। श्रीलंका ने 18.4 ओवर में 3 विकेट खोकर 167 रन बनाकर मैच जीत लिया।

स्मृति के अलावा कोई नहीं चल पाया 

भारत के लिए पारी की शुरुआत स्मृति मंधाना और शैफाली वर्मा ने की थी। दोनों ने 6.2 ओवर में 44 रन जोड़े। शेफाली वर्मा 16 रन बनाकर आउट हो गईं। इसके बाद उमा छेत्री 9 और हरमनप्रीत कौर 11 रन बनाकर पवेलियन लौट गईं। जेमिमा रोड्रिग्स ने 29 और ऋचा घोष ने 30 रनों का योगदान दिया। स्मृति मंधाना ने 47 गेंदों में 10 चौकों के साथ 60 रन बनाए। श्रीलंका के लिए कविशा दिलहारी ने सबसे ज्यादा 2 विकेट लिए।

श्रीलंका बना पहली बार एशिया कप विजेता

श्रीलंका के लिए कप्तान चमारी अथापथु ने विशमी गुणरत्ने के साथ मिलकर पारी की शुरुआत की। श्रीलंका को पहला झटका 7 रन पर लगा जब विशमी 1 रन बनाकर आउट हो गईं। इसके बाद चमारी अथापथु ने 43 गेंदों में 9 चौके और 2 छक्कों के साथ 61 रनों की पारी खेली। हर्षिता समरविक्रमा ने 51 गेंदों पर नाबाद 69 रन और कविशा दिलहारी ने 16 गेंदों में नाबाद 30 रन बनाए। श्रीलंका ने पहली बार महिला एशिया कप का खिताब जीत लिया।

भारत और श्रीलंका की प्लेइंग-11

श्रीलंका
– विशमी गुणरत्ने
– चमारी अथापथु (कप्तान)
– हर्षिता समरविक्रमा
– कविशा दिलहारी
– नीलाक्षी डी सिल्वा
– अनुष्का संजीवनी (विकेटकीपर)
– हासिनी परेरा
– सुगंधिका कुमारी
– इनोशी प्रियदर्शनी
– उदेशिका प्रबोधनी
– सचिनी निसानसाला

भारत
– स्मृति मंधाना
– शैफाली वर्मा
– उमा छेत्री
– हरमनप्रीत कौर (कप्तान)
– जेमिमा रोड्रिग्स
– ऋचा घोष (विकेटकीपर)
– दीप्ति शर्मा
– पूजा वस्त्राकर
– राधा यादव
– तनुजा कंवर
– रेणुका ठाकुर सिंह

 

ये भी पढ़ें: मेडल तो सबने देखा… लेकिन मनु भाकर की रुला देने वाली कहानी किसी को नहीं पता होगी

Advertisement