Advertisement
  • होम
  • खेल
  • Sourav Ganguly: बीसीसीआई का अध्यक्ष नहीं रहेंगे सौरव गांगुली! इस बड़े पद की करेंगे दावेदारी

Sourav Ganguly: बीसीसीआई का अध्यक्ष नहीं रहेंगे सौरव गांगुली! इस बड़े पद की करेंगे दावेदारी

नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड से बड़ी खबर सामने आ रही है। भारतीय टीम के पूर्व कप्तान एवं बीसीसीआई अध्यक्ष के बारे में एक दावा किया जा रहा है कि वो अपने वर्तमान पद को छोड़ सकते हैं। कहा जा रहा है कि वो आगे कुछ दिनों में होने वाले बीसीसीआई अध्यक्ष पद का […]

Advertisement
Sourav Ganguly
  • October 8, 2022 7:51 am Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड से बड़ी खबर सामने आ रही है। भारतीय टीम के पूर्व कप्तान एवं बीसीसीआई अध्यक्ष के बारे में एक दावा किया जा रहा है कि वो अपने वर्तमान पद को छोड़ सकते हैं। कहा जा रहा है कि वो आगे कुछ दिनों में होने वाले बीसीसीआई अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लडेंगे और इससे भी बड़े पद के लिए नॉमिनेशन फाइल सकते हैं।

बीसीसीआई ने बुलाई सलाना बैठक

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानि बीसीसीआई में कुछ बड़े बदलाव के संकेत दिख रहे हैं। लगभग तीन सालों से बीसीसीआई के अध्यक्ष पद पर काबिज रहे सौरव गांगुली इसको अलविदा कह सकते हैं। गांगुली आईसीसी के किसी बड़े पद के लिए नॉमिनेशन फाइल कर सकते हैं। बता दें कि वो साल 2019 में बीसीसीआई के अध्यक्ष बने थे। अब वो इसको छोड़ने की तैयारी में हैं, इसी सिलसिले में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की सलाना बैठक बुलाई गई।

आईसीसी के नए चेयरमैन हो सकते हैं गांगुली

18 अक्टूबर को बीसीसीआई का एजीएम होना है, इसी दिन इस बात फैसला हो जाएगा कि सौरव गांगुली बीसीसीआई का अध्यक्ष बने रहेंगे या नहीं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार गांगुली अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कंट्रोल परिषद के चेयरमैन पद के लिए चुनाव लड़ सकते हैं। जिसके लिए नांमाकन दाखिल करने की अंतिम समय सीमा 20 अक्टूबर तक है।

जय शाह हो सकते हैं नए बीसीसीआई अध्यक्ष

इन्हीं सब अटकलों के कारण कहा जा रहा है कि, बीसीसीआई के अंदर बड़ा फेरबदल हो सकता है। गांगुली की नजर आईसीसी के चेयरमैन पद पर है, लेकिन इसके बावजूद बीसीसीआई के सचिव जय शाह ही रहेंगे और वो इस बोर्ड का हिस्सा बने रहेंगे। गांगुली के हटने पर जय शाह भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के नए अध्यक्ष बन सकते हैं। ऐसा कयास लगाया जा रहा है कि इनको 15 राज्य संघों का समर्थन प्राप्त है।

Advertisement