Shane Warne Cricket World Cup 2019: ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज स्पिनर शेन वार्न ने 2019 क्रिकेट विश्व कप से पहले बड़ा बयान दिया है. शेन वार्न का कहना है कि ऑस्ट्रेलियाई टीम में स्टीव स्मिथ और डेविड वार्नर की वापसी के बाद टीम ज्यादा मजबूद होगी. वार्नर के मुताबिक स्मिथ और वार्नर के टीम में होने से ऑस्ट्रेलिया 2019 क्रिकेट विश्व कप का खिताब जीत सकता है. मौजूदा समय में स्मिथ और वार्नर बॉल टेम्परिंग में दोषी पाए जाने के चलते एक साल का प्रतिबंध झेल रहे हैं. इन दोनों क्रिकेटर्स पर लगा एक वर्ष का बैन 29 मार्च को समाप्त हो रहा है.
सिडनी. ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज लेग स्पिनर शेन वार्न ने क्रिकेट विश्व कप 2019 को लेकर बयान दिया है. शेन वार्न का कहना है कि स्टीव स्मिथ और डेविड वार्नर के टीम में शामिल होने से ऑस्ट्रेलिया विश्व कप जीत सकता है. ऑस्टेलियाई क्रिकेटर स्वीट स्मिथ और डेविड वार्नर बॉल टेम्परिंग में फंसे होने के चलते एक साल का बैन झेल रहे हैं. शेन वार्न का मानना है कि स्टीव स्मिथ और डेविड वार्नर की टीम में वापसी के बाद मजबूती मिलेगी.
शेन वार्न के मुताबिक, इसमें कोई दो राय नहीं कि स्टीव स्मिथ और डेविड वार्नर बेहतरीन क्रिकेटर हैं. वह उतने ही अच्छे हैं जितने पहले थे. विश्व कप में टीम में इन दोनों क्रिकेटर्स के शामिल होने से टीम में नई जान आ जाएगी.
स्टीव स्मिथ और डेविड वार्नर पर लगा एक साल का प्रतिबंध 29 मार्च को समाप्त हो रहा है. ऐसी उम्मीद की जा रही है कि ये दोनों क्रिकेटर विश्व कप शुरू होने से पहले इंडियन प्रीमियर लीग में खेलेंगे.
शेन वार्न का कहना कि बैन से लौटने के बाद स्मिथ और वार्नर के खेल में निखार आएगा क्योंकि बैन के बाद उनके अंदर रन बनाने की भूख और बढ़ गई होगी.
शेन वार्न को साल 2003 क्रिकेट विश्व कप के दौरान प्रतिबंधित दवा का सेवन करने का दोषी पाए जाने के चलते एक साल का बैन लगाया गया.
शेन वार्न ने कहा कि मैं खुद एक साल का प्रतिबंध झेल चुका हू लेकिन जब मैंने दोबारा मैदान पर वापसी की तब मैंने किस तरह का प्रदर्शन किया ये सबसे सामने है.
मार्च 2018 में केपटाउन में साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेले गए टेस्ट मैच के दौरान स्टीव स्मिथ, डेविड वार्न और कैमरन बेनक्रॉफ्ट बाल टेम्परिंग के दोषी पाए गए थे.
इसके बाद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने स्टीव स्मिथ और डेविड वार्नर पर एक साल का प्रतिबंध लगा दिया था वहीं कैमरन बेनक्रॉफ्ट पर 9 महीने का बैन लगाया था. जिसके बाद ये तीनों क्रिेकेटर्स लंबे समय से अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेल पाए हैं.