नई दिल्ली। टी-20 विश्व कप के दूसरे सेमीफाइनल में इंग्लैंड द्वारा मिली पराजय के बाद भारतीय टीम के बल्लेबाजों से लेकर गेंदबाज सारे ही आलोचनाओं के घेरे में आ चुके हैं। चौतरफा प्रतिक्रियाएं चल रही हैं। इस दौरान भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने भी आलोचना करते हुए मौजूदा भारतीय टीम के […]
नई दिल्ली। टी-20 विश्व कप के दूसरे सेमीफाइनल में इंग्लैंड द्वारा मिली पराजय के बाद भारतीय टीम के बल्लेबाजों से लेकर गेंदबाज सारे ही आलोचनाओं के घेरे में आ चुके हैं। चौतरफा प्रतिक्रियाएं चल रही हैं। इस दौरान भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने भी आलोचना करते हुए मौजूदा भारतीय टीम के कुछ खिलाड़ियों को निशाने पर लिया है, और कहा है कि, मैं अगले विश्व कप में इन खिलाड़ियों को नहीं देखना चाहता।
भारतीय टीम के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने भारतीय टीम के कुछ खिलाड़ियों पर तंज कसते हुए सलाह दी है। उन्होने कहा है कि, अगल टी-20 विश्व कप में टीम को युवाओं की आवश्यकता है, इस टीम के भरोसे आप जीत के द्वार तक यदि पहुंचने की सोच रहे हैं तो यह नामुमकिन है।
भारतीय टीम के खराब प्रदर्शन से आहत वीरेंद्र सहवाग ने 2007 के विश्व कप के खिलाड़ियों का उदाहरण देते हुए कहा कि, अगले विश्व कप में कई दिग्गजों को बाहर रहना पड़ा था और यह आवश्यक भी है।
इस दौरान वीरेंद्र सहवाग ने किसी भी खिलाड़ी का नाम लिए बगैर ही निशाना साधा उन्होने कहा कि, तीस की उम्र पार कर चुके खिलाड़ियोंं को अब अगले विश्व कप में नो-एंट्री का बोर्ड दिखा दिया जाना चाहिए।
तमाम जगहों से यह भी प्रतिक्रियाएं आ रहीं हैं कि, अब रोहित शर्मा, विराट कोहली, दिनेश कार्तिक,मोहम्मद शमी जैसे खिलाड़यों को टी-20 क्रिकेट से सन्यास ले लेना चाहिए। भले ही वह टेस्ट एवं एकदिवसीय क्रिकेट में खेलना जारी रख सकते हैं। सहवाग का निशाना भी इन्ही खिलाड़ियों के ऊपर था। हम आपको बता दें कि, कुछ दिग्गज और वरिष्ठ खिलाड़ियों को लेकर क्रिकेट बोर्ड भी सख्त रवैया नहीं दिखा पाता है।
भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा को लेकर भी कई टिप्पणियां आ रहीं हैं। कहा जा रहा है कि पहले कपिल देव, फिर सचिन तेंदुलकर, महेंद्र सिंह धोनी और युवराज सिंह की तरह भी यह भारतीय टीम के कंधों पर भार की भूमिका निभा रहे हैं। इन्हे अपने व्यक्तिगत फायदे से ऊपर टीम के लिए सोचना होगा। इन्हे प्रतिक्रिया आने से पहले ही सन्यास ले लेना चाहिए।