नई दिल्ली: बेंगलुरु में न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले मुकाबले में रोहित शर्मा की कप्तानी में भारतीय टीम 46 रन पर ऑलआउट हो गई। बता दें यह टीम 92 साल के टेस्ट मैच के इतिहास में घरेलू मैदान पर अब तक का सबसे कम स्कोर है। वहीं इसके साथ टीम […]
नई दिल्ली: बेंगलुरु में न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले मुकाबले में रोहित शर्मा की कप्तानी में भारतीय टीम 46 रन पर ऑलआउट हो गई। बता दें यह टीम 92 साल के टेस्ट मैच के इतिहास में घरेलू मैदान पर अब तक का सबसे कम स्कोर है। वहीं इसके साथ टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने ऑलआउट होने की ज़िम्मेदारी अपने ऊपर लेते हुए सभी से माफी मांगी है.
कप्तान रोहित शर्मा ने अपनी नाकामी को मानते हुए, दूसरे दिन के खेल के बाद बयान में कहा कि उनसे पिच को सही से पढ़ने में बड़ी चूक हो गई, जिसके चलते उन्होंने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया, जो की उनकी टीम के लिए गलत साबित हुआ। रोहित ने माना कि पिच पर पहले सेशन में ही खेल मुश्किल हो सकता था, लेकिन उन्होंने सोचा कि उसके बाद पिच स्टेबल हो जाएगी और स्पिनर्स को मदद मिलेगी, मगर ऐसा नहीं हुआ।
कप्तान ने बताया, हमें लगा कि पिच पर घास ज्यादा नहीं थी और शुरुआती सेशन में ही मुश्किलें हो सकती थीं। हमने सोचा कि जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ेगा, पिच अपना रुख बदलेगी और स्पिनर्स को मदद मिलेगी। भारत में आमतौर पर पहला सेशन काफी महत्वपूर्ण होता है, लेकिन यहां पर स्थिति कुछ अलग रही. रोहित ने यह भी बताया कि कुलदीप यादव को टीम में शामिल करने का फैसला इसलिए लिया गया क्योंकि उन्हें लगा कि स्पिनर्स को बाद में पिच से मदद मिलेगी।
आगे उन्होंने कहा, कुलदीप ने सपाट पिचों पर भी अच्छा प्रदर्शन किया है और विकेट ले सकता है, इसलिए हमने उसे खिलाने का फैसला किया। रोहित ने उम्मीद जताई कि टीम अपने खेल में सुधार करेगी और मैच को अच्छे तरीके से समाप्त करेगी।
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