नई दिल्ली: रविचंद्रन अश्विन ने 2024 में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के मध्य में अचानक अपने रिटायरमेंट का ऐलान कर क्रिकेट जगत को चौंका दिया था। उन्होंने अपने करियर का आखिरी मैच एडिलेड में खेला, जहां भारतीय टीम को पिंक बॉल टेस्ट में 10 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। अश्विन ने अब यह बताया है कि उन्होंने रिटायरमेंट का निर्णय क्यों लिया। अपने शानदार करियर के बाद, जब उन्हें एक महान क्रिकेटर का दर्जा प्राप्त था, तब भी काफी लोगों का मानना था कि उन्हें एक फेयरवेल मैच मिलना चाहिए था।
इंग्लैंड के एक मीडिया चैनल से बातचीत में अश्विन ने कहा कि एक क्रिकेटर के मन में रिटायरमेंट के बारे में विचार तब आता है जब वह इस मुकाम पर पहुंचता है। उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने कभी अपने दिल की बातों को छुपाया नहीं। उनका मानना है कि जिस दिन उन्हें लगेगा कि टीम को उनकी और आवश्यकता नहीं है, वही उनका क्रिकेट करियर खत्म होने का दिन होगा। इसके अलावा, अश्विन ने बताया कि उन्होंने हमेशा क्रिकेट को अपने व्यक्तिगत जीवन से ऊपर रखा है।
रिटायरमेंट का कारण बताते हुए अश्विन ने कहा, “मैंने कई बार इस बारे में सोचा था। मेरा मानना था कि मेरा आखिरी दिन वह होगा जब मुझे लगेगा कि अब मेरा यहां और कुछ हासिल करने को नहीं है।” उन्होंने यह भी कहा, “मुझे अपने निर्णय पर कोई पछतावा नहीं है क्योंकि मैंने कड़ी मेहनत से यह मुकाम हासिल किया। मुझे गर्व है कि क्रिकेट मेरे जीवन में आया, जिसने मेरे जीवन को एक उद्देश्य और दिशा दी। टेस्ट क्रिकेट ने मुझे जीवन जीने का तरीका सिखाया और यह मेरे जीवन का सबसे अच्छा अनुभव रहा।”
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