नई दिल्ली. भारतीय क्रिकेट टीम के लिए हेड कोच की तलाश करने वाली क्रिकेट एडवायजरी कमेटी ने साफ कर दिया है कि वह फिलहाल टीम इंडिया के लिए विदेशी कोच की नियुक्ति नहीं चाहती. इससे ये स्पष्ट हो गया है कि भारतीय क्रिकेट टीम के लिए हेड कोच के तौर पर रवि शास्त्री की दोबारा नियुक्ति तय मानी जा रही है. क्रिकेट प्रशासकीय समित (CoA) ने कोच की नियुक्ति के लिए तीन सदस्यीय क्रिकेट एडवायजरी कमेटी यानी (CAC) का गठन किया है जिसमें टीम इंडिया के पूर्व कप्तान कपिल देव, अंशुमान गायकवाड़ और शांतारंगा स्वामी शामिल हैं.
सीएसी के एक सदस्य ने कहा कि हम विदेशी कोच के पक्ष में नहीं हैं, क्योंकि रवि शास्त्री के देखरेख में विराट कोहली की कप्तानी वाली टीम इंडिया अच्छा कर रही है. हां अगर गैरी कर्स्टन जैसे विदेशी कोच ने अप्लाई किया होता तो उसके बारे में एक बार विचार किया जाता. सदस्य के मुताबिक भारतीय कोच हमारी प्राथमिकता रहे हैं.
सीएसी सदस्य ने आगे कहा कि ऐसे समय में जब भारतीय क्रिकेट टीम रवि शास्त्री की कोचिंग में अच्छा कर रही है तो हमें बदलाव के बारे में सोचने की जरूरत नहीं है. ऐसे में ये तय माना जा रहा है कि एक बार फिर रवि शास्त्री की टीम इंडिया के हेड कोच के तौर पर ताजपोशी पक्की है.
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) भी शास्त्री के पक्ष में है क्योंकि हाल ही में एक बीसीसीआई अधिकारी ने कहा था कि मौजूदा समय में टीम इंडिया बदलाव से गुजर रही है ऐसे में रवि शास्त्री का कोच बने रहना टीम के हित में हैं.
भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच के सम्बंध में अंतिम फैसला क्रिकेट प्रशासकीय समित को लेना है. इस मामले पर सीओए अध्यक्ष विनोद राय अपनी राय पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं. कि हेड कोच की नियुक्ति के बारे में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के सामने रिक्मेंडेशन देने का कोई सवाल नहीं उठता क्योंकि ये निर्णय सीएजी की सलाह के बाद ही किया जाएगा. हेड कोच के लिए इसी महीने इंटरव्यू होने हैं.
कब्रिस्तान से जुड़े भयावह किस्से अक्सर हमे सुनने को मिलते हैं, परंतु इस बार एक…
सऊदी में होने वाली मेगा नीलामी भारतीय समयानुसार दोपहर 3:30 बजे शुरू होगी. नीलामी दो…
सर्वदलीय बैठक का आयोजन संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने…
नई दिल्ली: भारत के युवा ओपनर यशस्वी जयसवाल ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 161 रन की…
कलौंजी एक आयुर्वेदिक औषधि है जो कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करती है। इसे अगर शहद…
पदी के जन्म की एक कथा है। जिसके अनुसार, राजा द्रुपद ने द्रोणाचार्य का अपमान…