Ravi Shastri Bole Agar Virat Aur Rohit Mein Matbhed Hota To Rohit 5 Shatak World Cup Mein Nahin Laga Pate: भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोट रवि शास्त्री ने विराट कोहली और रोहित शर्मा के बीच झगड़े की खबर को सिर्फ बकवास करार दिया है. रवि शास्त्री का कहना है कि अगर विराट और रोहित के बीच झगड़ा होता तो रोहित क्रिकेट वर्ल्ड कप में 5 शतक कैसे लगा पाता. फिर विराट वो नहीं करता जो कर रहा है. विश्व कप में विराट ने रोहित के साथ साझेदारी की. अगर दोनों खिलाड़ियों के बीच मतभेद होते तो ये साझेदारी क्यों होती. रवि शास्त्री ने इस बात पर भी जोर दिया कि टीम में 15 खिलाड़ी होते हैं और सबसे विचार एक जैसे नहीं हो सकते हैं. मैं चाहता भी नहीं हूं कि सबके विचार एक जैसे हों. क्योंकि रणनीति बनानी पड़ती है और उसे लागू भी करना पड़ता है जब सबकी सोच एक जैसी होगी तो नए विचार कहां से आएंगे.
नई दिल्ली. भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच रवि शास्त्री टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली और रोहित शर्मा के बीच झड़गे की खबरों पर बयान दिया है. एक न्यूज चैनल से बात करते हुए उन्होंने कहा कि रोहित और विराट के बीच झगड़े की खबर बकवास है. उन्होंने कहा कि टीम में 15 खिलाड़ी होते हैं और उनमें से ज्यादातर खिलाड़ियों के विचार अलग-अलग होते हैं. उन्होंने ये भी कहा कि टीम में सभी खिलाड़ी अच्छी तरह जानते हैं कि किसका क्या टीम में रोल है. टीम इंडिया के हेड कोच रवि शास्त्री के मुताबिक अगर विराट कोहली और रोहित शर्मा के बीच झगड़ा होता तो रोहित क्रिकेट वर्ल्ड कप में 5 शतक नहीं लगा पाता.
गल्फ न्यूज से बात करते हुए रवि शास्त्री ने कहा कि मैं पिछले पांच वर्षों से ड्रेसिंग रूम में हूं. मैंने इतने दिनों में ये देखा है कि कैसे टीम के खिलाड़ियों ने खेला है, वे सभी अपनी जिम्मेदारी के अच्छी तरह जानते हैं. उन्होंने कहा कि रोहित शर्मा और विराट कोहली के बीच झगड़े की बात सिर्फ बकवास है इसके अलावा कुछ भी नहीं, मैं उनके साथ रहा हूं और मुझे उनके खेलने के तरीके के बारे में पता है. अगर रोहित और विराट के बीच अनबन होती तो रोहित विश्व कप में पांच शतक नहीं लगा पाते. अगर ऐसा होता तो विराट कोहली उनके साथ क्यों साझेदारी करते. शास्त्री ने कहा कि ड्रेसिंग रूम का वातावरण ऐसा है कि वहां पर हर खिलाड़ी अपने विचार रख सकता है.
रवि शास्त्री ने आगे कहा कि एक टीम में 15 खिलाड़ी होते हैं लेकिन ये जरूरी नहीं है कि उनके विचार एक जैसे हों और मैं ये चाहता भी नहीं हूं कि सभी एक तरह की सोच रखें. आपको खेल पर रणनीति बनाने के लिए चर्चा करनी चाहिए और उसे बढ़ावा देना चाहिए. इसलिए खिलाड़ियों को आपस में बात करने और रणनीति बनाने का अवसर देना चाहिए.
टीम के बारे में बात करते हुए हेड कोच रवि शास्त्री ने कहा कि हम वेस्टइंडीज की 1980 के दशक की टीम के तरह एक विरासत लेकर चल रहे हैं जिस तरह की विरासत ऑस्ट्रेलियाई टीम के पास सदी के अंत में थी. रवि शास्त्री का इशारा इस बात की तरफ था कि कैरेबियन टीम 1980 के दशक में अजेय होती थी वहीं ऑस्ट्रेलिया 1999 के बाद अजेय रही. वह भारतीय टीम को कुछ वैसा ही बनाना चाहते हैं.