R Praggnandhaa: नई दिल्ली, R Praggnandhaa: वर्ल्ड चेस चैंपियन मैग्नस कार्लसन को हराकर शतरंज की दुनिया में कमाल करने वाले भारत के स्टार आर प्रागननंदा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तारीफ की है. पीएम मोदी ने बुधवार को ट्वीट करते हुए प्रागननंदा की उपलब्धि पर गर्व जताया और उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं. प्रागननंदा […]
नई दिल्ली, R Praggnandhaa: वर्ल्ड चेस चैंपियन मैग्नस कार्लसन को हराकर शतरंज की दुनिया में कमाल करने वाले भारत के स्टार आर प्रागननंदा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तारीफ की है. पीएम मोदी ने बुधवार को ट्वीट करते हुए प्रागननंदा की उपलब्धि पर गर्व जताया और उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं.
इंडियन ग्रैंडमास्टर प्रागननंदा ने एयरथिंग्स मास्टर्स ऑनलाइन रैपिड शतरंज टूर्नामेंट के शुरुआती चरण के 8वें राउंड में वर्ल्ड चैंपियन मैग्नस कार्लसन को हराया है. चेन्नई के रहने वाले प्रागननंदा ने साल 2018 में ही प्रतिष्ठित ग्रैंडमास्टर का खिताब हासिल किया था. साल 2018 में प्रागननंदा इस उपलब्धि हासिल करने वाले भारत के सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बने थे. बुधवार को पीएम मोदी ने प्रागननंदा ट्विटर के जरिए बधाई देते हुए कहा, हम सभी युवा प्रतिभाशाली प्रागननंदा की सफलता पर बहुत खुश हैं. प्रख्यात चैंपियन मैग्नस कार्लसन के खिलाफ जीत हासिल करने की उनकी काबिले तारीफ़ उपलब्धि पर गर्व है. मैं प्रतिभाशाली प्रागननंदा को उनके भविष्य के प्रयासों के लिए ढेरों शुभकामनाएं देता हूं.
We are all rejoicing on the success of the young genius R Praggnanandhaa. Proud of his accomplishment of winning against the noted champion Magnus Carlsen. I wish the talented Praggnanandhaa the very best for his future endeavours. @rpragchess
— Narendra Modi (@narendramodi) February 23, 2022
बता दें, प्रागननंदा ने काले मोहरों से खेलते हुए कार्लसन को महज़ 39 चालों में हराया. प्रागननंदा से पहले भारत के दिग्गज विश्वनाथन आनंद और पी हरिकृष्ण ही वर्ल्ड चैंपियन मैग्नस कार्लसन को हरा पाए थे. गौरतलब है, प्रागननंदा ने 15वें और अंतिम दौर में रूस के व्लादीस्लाव अर्तमीव को हराया था लेकिन फिर भी वह क्वॉर्टर फाइनल में जगह नहीं बना पाए. टूर्नामेंट में कार्लसन को हराने के बाद उनका प्रदर्शन उतार-चढ़ाव वाला रहा, जिसके चलते वह आगे बढ़ने में नाकाम रहे लेकिन इतनी कम आयु में इतनी बड़ी उपलब्धि हासिल करने के लिए समूचे भारत को उनपर गर्व है.