देश के लिए 72 अंतरराष्ट्रीय गोल कर चुके सुनील छेत्री का मानना है कि तकरीबन साल भर अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल का न होना फुटबॉल प्रेमियों के लिए बेहद निराशाजनक रहा लेकिन यह सब हमारे कंट्रोल में नहीं है।
बेशक भारतीय टीम के स्टार फुटबॉलर सुनील छेत्री ओमान और यूएई के खिलाफ होने वाले फ्रेंडली मैचों में मेडिकल कारणों से टीम का हिस्सा नहीं हैं लेकिन इन दो तगड़ी टीमों के खिलाफ भारतीय टीम को मिले मौकों को लेकर वह बेहद रोमांचित हैं। देश के लिए 72 अंतरराष्ट्रीय गोल कर चुके सुनील छेत्री का मानना है कि तकरीबन साल भर अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल का न होना फुटबॉल प्रेमियों के लिए बेहद निराशाजनक रहा लेकिन यह सब हमारे कंट्रोल में नहीं है।
सुनील छेत्री ने कहा कि ओमान और यूएई के खिलाफ होने वाले फ्रेंडली मैचों को लेकर वह बेहद रोमांचित हैं लेकिन वह केवल इसलिए निराश हैं कि वह इन मैचों का हिस्सा नहीं हैं। हमारी कोशिश यही रहती है कि हम कैसे एशिया में बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं। यह तभी सम्भव होगा जब हम आला दर्जे की टीमों के खिलाफ उतरेंगे। ओमान और यूएई की टीमें काफी फिट हैं और ऊंचे स्तर की फुटबॉल खेलती हैं।
सुनील छेत्री ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि हम बतौर टीम इस मैच में कई अवसर बनाएंगे और इससे भी बड़ी बात यह कि हम इन मैचों और उसके अनुभव से बहुत कुछ सीखेंगे। उन्होंने कहा कि जिस तरह हम बड़े स्तर पर फुटबॉल का प्रबंध कर रहे हैं, वह वास्तव में काबिलेतारीफ है। पहले वह और उनके साथी जेएसडब्ल्यू बैंगलुरू फुटबॉल क्लब के बायो बबल में रहे जो वास्तव में एक मुश्किल सफर था। आएसएल और आईलीग सहित तमाम टूर्नामेंटों में उतरना इस समय एक अलग तरह का अनुभव है। आईएसएल के अनुभवों को साझा करते हुए सुनील छेत्री ने कहा कि इस बार का यह टूर्नामेंट यंगस्टर्स के नाम रहा। वास्तव में यह सीज़न बेहद प्रतियोगी और मुश्किल रहा। सुनील छेत्री ने इस बात पर खुशी ज़ाहिर की कि इस बार कुछ ऐसे नाम सामने आए जिनके बारे में कभी सुना भी नहीं था जिन्होने अपनी टीमों के लिए लगातार अच्छा प्रदर्शन किया।
आईपीएल और इंडिया ए के दौरों का खूब फायदा उठा रही है आज के क्रिकेटर