Pakistan Economic Crisis: पाकिस्तान हॉकी फेडरेशन ने आर्थिक तंगी के चलते अर्जेंटीन, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ प्रो लीग खेलने के लिए अपनी टीम को नहीं भेजा. पाकिस्तान के इस रवैये पर सख्त एतराज करते हुए इंटरनेशनल हॉकी फेडरेशन ने पाकिस्तान पर करीब 3 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है. वहीं पाकिस्तान हॉकी फेडरेशन के जनरल सेक्रेटरी ने एफआईएच से जर्माना में ढील देने की अपील की है. पाकिस्तान इन दिनों आर्थिक संकट से जूझ रहा है जिसकी मार खेल संघों पर भी पड़ी है.
इस्लामाबाद. पाकिस्तान की इन दिनों आर्थिक हालत खस्ता हो गई है. आर्थिक संकट के चलते पाकिस्तान कंगाली के कगार पर पहुंच चुका है. पाकिस्तान में पैदा हुए आर्थिक संकट की मार खेलों पर भी पड़ी है. आर्थिक संकट की मार झेल रहे पाकिस्तान ने हाल ही में प्रो लीग के तहत अपनी टीम को अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड नहीं भेजा. पाकिस्तान की नेशनल टीम को इन देशों के खिलाफ हॉकी मैच खेलना था. लेकिन आर्थिक तंगी के चलते पाकिस्तान ने अपनी हॉकी टीम को जाने से मना कर दिया. पाकिस्तान के इस रवैये को देख इंटरनेशनल हॉकी फेडरेशन (FIH) ने पाकिस्तान हॉकी फेडरेशन (PHF) पर करीब तीन करोड़ रुपये का जुर्माना ठोंका है.
पाकिस्तान हॉकी फेडरेशन ने इस बात कि पुष्टि की है कि इंटरनेशनल हॉकी फेडरेशन ने तीन देशों के खिलाफ टीम हॉकी टीम न भेजे जाने के चलते 1 लाख 70 हजार यूरो (करीब तीन करोड़ रुपये) का जुर्माना लगाया है.
वहीं पाकिस्तान हॉकी फेडरेशन के जनरल सेक्रेटरी शहबाज अहमद ने कहा है कि वह इंटरनेशनल हॉकी फेडरेशन से दरख्वास्त करेंगे कि पीएचएफ पर लगाए गए जुर्माने में कमी की जाए और इसे आसान किस्तों में अदा करने की सूहलियत दी जाए.
जनरल सेक्रेटरी शहबाज अहमद ने आगे कहा कि मैंने इंटरनेशनल हॉकी फेडरेशन के सदस्यों को बताया कि हमारे पास टीम को प्रो लीग में भेजने के लिए पैसा नहीं था. इसके बावजूद हम एफआईएच द्वारा लगाए गए जुर्माने को कैसे अदा करेंगे.
https://youtu.be/bW03BscReQ4
उन्होंने आगे कहा कि मैंने एफआईएच सदस्यों को पाकिस्तान के आर्थिक हालात के बारे में बताया और कहा कि ऐसे में पाकिस्तान पर जुर्माना करने के बजाय उसे सपोर्ट करने की जरूरत है.
बता दें कि पाकिस्तान के वित्त मंत्री असद उमर देश में आर्थिक हालात देखते हुए अपने पद से इस्तीफा देने की पेशकश की है. पाकिस्तान के वित्त मंत्री असद उमर ने आर्थिक हालात से निजात पाने के लिए सऊदी अरब, चीन और यूएई से शॉर्ट टर्म लोन लेने की बात कही थी.
https://youtu.be/NcX6r_-f_pk
लेकिन प्रधानमंत्री इमरान खान का कहना है कि अगर हम इन देशों से शॉर्ट टर्म लोन लेते हैं तो इसे समय पर चुकाना भी पड़ेगा. इसलिए वह आईएमएफ से पैसा लेना चाहते हैं. वहीं अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने साफ तौर पर कहा कि पाकिस्तान को इस शर्त पर लोन दिया जा सकता है कि वह ये सुनिश्चित करे कि आईएमएफ के द्वारा दिए गए पैसे से चीन को ब्याज और उसका कर्ज नहीं चुकाएगा.