MS Dhoni Record: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न वनडे में चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए महेंद्र सिंह धोनी ने दिखा दिया कि क्यों उन्हें क्रिकेट का सिकंदर कहा जाता है. एक समय विराट कोहली के आउट होने के बाद टीम मुश्किल में पड़ गई थी लेकिन उन्होंने केदार जाधव के साथ मिलकर टीम को ऐतिहासिक सीरीज जीत तक पहुंचाया. इस मैच में धोनी प्लेयर ऑफ द सीरीज अवॉर्ड पाने वाले सबसे उम्रदराज भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं.
मेलबर्न. भारत ने 70 साल में पहली बार ऑस्ट्रेलिया को उसी की सरजमीं पर वनडे सीरीज हराकर इतिहास रच दिया. इस जीत में बेहद अहम रोल रहा महेंद्र सिंह धोनी का, जिन्होंने न सिर्फ बल्ले बल्कि विकेटों के पीछे भी कंगारूओं का शिकार किया. 3 मैचों की वनडे सीरीज में 193 रन बनाने वाले धोनी को मैन ऑफ द सीरीज अवॉर्ड से नवाजा गया. इसी के साथ उनके नाम एक अनोखा रिकॉर्ड दर्ज हो गया है. मैन न द सीरीज अवॉर्ड पाने वाले धोनी सबसे उम्रदराज भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं.
37 साल और 195 दिन की उम्र में धोनी ने यह पुरस्कार हासिल किया है. इससे पहले यह अवॉर्ड सुनील गावस्कर के नाम था, जिन्हें साल 1987 में मैन ऑफ द सीरीज खिताब 37 साल 191 दिन की आयु में मिला था. सबसे ज्यादा प्लेयर ऑफ द सीरीज खिताब पाने में धोनी (7) अब विराट कोहली, सौरव गांगुली और युवराज सिंह के बराबर पहुंच गए हैं. फिलहाल सबसे ज्यादा 15 मैन ऑफ द सीरीज अवॉर्ड सचिन तेंदुलकर के नाम हैं.
जब धोनी को मिली प्लेयर ऑफ द सीरीज की ट्रॉफी:
MS Dhoni – Man Of The Series . Thalaivaaa… 😎😍🔥❤️ #AusvIndia #3rdODI @msdhoni pic.twitter.com/c8ku1KzDvP
— Shankar (@shanmsd) January 18, 2019
भारत की जीत का ऐतिहासिक लम्हा:
India's series win sealed with a boundary!#AUSvIND | @MastercardAU pic.twitter.com/7Nqy8H47LB
— cricket.com.au (@cricketcomau) January 18, 2019
सीरीज जीत के बाद धोनी पर यह बोले विराट कोहली:
https://www.instagram.com/p/BsxqoDFBmYZ/?utm_source=ig_web_copy_link
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में धोनी ने लगातार तीन अर्धशतक जमाए. पहले वनडे में उनके बल्ले से 51, दूसरे में 55 और तीसरे में 71 रन निकले. चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे धोनी ने दूसरे वनडे में कप्तान विराट और दिनेश कार्तिक के साथ साझेदारी कर भारत को जीत दिलाकर सीरीज जीत की उम्मीदें जिंदा रखीं. इससे पहले गावस्कर ने गुजारिश करते हुए कहा था कि धोनी को अकेला छोड़ दिया दें और वे लगातार अच्छा खेलेंगे. वह युवा नहीं हो रहे हैं. यंग होने पर जो निरंतरता होनी चाहिए वो तो नहीं होगी, लेकिन आपको इसी से काम चलाना पड़ेगा. लेकिन वह टीम के लिए बहुत अहम हैं.”