भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी मोहम्मद कैफ ने एक रिपोर्ट को लेकर एक न्यूज वेबसाइट को जमकर लताड़ा है. दरअसल द वायर ने अपने एक ट्वीट में कहा था कि 86 साल के इतिहास में अब तक भारतीय टेस्ट टीम में 290 खिलाड़ी खेले हैं जिसमें मात्र 4 अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के खिलाड़ियों को मौका मिला है. इसपर कैफ ने वेबसाइट को करारा जवाब दिया.
नई दिल्ली. भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी मोहम्मद कैफ ने क्रिकेट टीम में जातिगत व्यवस्था को लेकर एक न्यूज वेबसाइट को जमकर लताड़ा. दरअसल द वायर नाम की वेबसाइट ने एक ट्वीट में लिखा था कि ‘भारतीय टेस्ट टीम के 86 साल के इतिहास में अब तक 290 खिलाड़ी खेले हैं जिसमें मात्र 4 अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के खिलाड़ियों को मौका मिला है.’
मोहम्म कैफ इस बात पर बुरी तरह भड़क गए और द वायर के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा कि ‘कितने प्राइम टाइम पत्रकार एससी या फिर एसटी हैं या इस मामले के लिए आपके संगठन में कितने वरिष्ठ संपादक एससी/एसटी हैं. खेल शायद एक ऐसा क्षेत्र है जिसने जाति की बाधाओं को सफलतापूर्वक तोड़ दिया है, खिलाड़ियों को समावेश के साथ खेलते हैं, लेकिन फिर हमारे पास ऐसी पत्रकारिता है जो घृणा फैलाने के लिए है.’
गौरतलब है कि मोहम्मद कैफ सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहते हैं और उन्हें लोग खूब ट्रोल भी करते हैं. अक्सर उनके ट्वीट की सराहना भी होती है. वे सामाजिक मुद्दो पर भी अपनी प्रतिक्रिया देते रहते हैं. इसी वजह से वे खासकर काफी आलोचना का शिकार भी होते हैं. 2006 में भारत के लिए आखिरी बार मैच
भारतीय क्रिकेटर श्रेयस अय्यर बोले- महेंद्र सिंह धोनी ने दी थी अखबार नहीं पढ़ने की सलाह
टीम इंडिया की स्मृति मंधाना का इंग्लैंड में धमाल, Kia Super League में लगाया दूसरा सबसे तेज अर्धशतक