Lakshan Sandakan No balls: इंग्लैंड और श्रीलंका के बीच खेले गए तीसरे टेस्ट मैच के दौरान मैदान अजीब वाकया हुआ. टेस्ट मैच के दौरान श्रीलंका के बॉलर लक्षन संदाकन ने जमकर नो बॉल कीं. इस दौरान उन्होंने 90 से अधिक नो बॉल फेंकी. इन नो बॉल्स फेंकनी वजह उनका अजीबोगरीब एक्शन बताया जा रहा है. खास बात ये है कि जब वह नो बॉल फेंक रहे थे तो उस समय फील्ड अंपायर ने ध्यान नहीं दिया.
कोलंबो. इंग्लैंड और श्रीलंका की टीमों के बीच तीसरा टेस्ट मैच 23 से 27 नवंबर के बीच कोलंबो के आर प्रेमदासा स्टेडियम पर खेला गया. इस मैच के दौरान अंपायर ने बड़ी गलती की जिसके चलते फील्ड अंपायर्स की जमकर फजीहत हुई. अंपायर्स ने टेस्ट मैच के दौरान बार-बार ये गलती की. दरअसल ये मामला श्रीलंका के चाइनामैन बॉलर लक्षन संदाकन की गेंदबाजी का है. तीसरे टेस्ट मैच के दौरान जब लक्षन संदाकन ने दो बार बेन स्टोक्स के खिलाफ आउट होने की अपील की तो दोनों बार मामला थर्ड अंपायर के पास गया और तीसरे अंपायर ने फ्रंट फुट नो बॉल के चलते दोनों बार बेन स्टोक्स को नॉट आउट करार दिया.
ईएसपीएन क्रिकइंफो की रिपोर्ट के मुताबिक श्रीलंकाई बॉलर लक्षन संदाकन ने तीसरे टेस्ट मैच में करीब 40 प्रतिशत नो बॉल डाली. इस दौरान फील्ड अंपायर्स सुंदरम रवि और क्रिस गैफने को पता नहीं चला कि वह ज्यादातर गेंदें नें फेंक रहे हैं. रिपोर्ट की माने तो संदाकन ने पूरे मैच में 90 से भी अधिक नो गेंदें की. बताते चलें की इस मैच में उन्होंने 38 ओवर की बॉलिंग करते हुए 7 खिलाड़ियों को आउट किया था. लक्षण संदाकन ने पहली पारी में 5 और दूसरी पारी में 2 विकेट लेने में कामयाब रहे. इन नो बॉल्स के पीछे लक्षन संदाकन का बॉलिंग एक्शन बताया जा रहा है.
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— Sports Freak (@SPOVDO) November 27, 2018
गौरतलब है कि कोलंबो में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में इंग्लैंड ने श्रीलंका को 42 रनों से हराकर 3 टेस्ट मैचों की सीरीज 3-0 से जीती. इस टेस्ट मैच इंग्लैंड ने पहली पारी में 336 और दूसरी पारी में 230 रन बनाए. वहीं श्रीलंका की टीम अपनी पहली पारी में 240 और दूसरी पारी में 284 रन बना पाई. 55 साल बाद ये पहला मौका है जब इंग्शिल टीम ने विदेशी धरती पर 3-0 से कोई टेस्ट सीरीज जीती है. इससे पहले साल 1963 में इंग्लैंड की टीम ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 3-0 से टेस्ट सीरीज जीती थी.
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