नई दिल्ली: विराट कोहली ने दौरों पर परिवारों की मौजूदगी का समर्थन किया है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि खिलाड़ी के लिए यह संतुलन बनाए रखने में मददगार होता है, खासकर तब जब वह मैदान पर कठिन समय से गुजर रहा होता है। उन्होंने कहा कि कोई भी खिलाड़ी मैदान से लौटकर अकेले और उदास नहीं बैठना चाहता। वह सामान्य महसूस करना चाहता है, जिससे वह अपनी ज़िम्मेदारीयानी खेल को सही तरीके से निभा सके।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने एक समय खिलाड़ियों के परिवारों को विदेशी दौरों पर साथ ले जाने पर रोक लगाने का नियम बनाया था। इस फैसले पर दो पक्ष उभरकर सामने आए। एक पक्ष का मानना था कि यह BCCI द्वारा लिया गया एक अच्छा कदम था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, जब भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गई थी, तब BCCI को कुछ आर्थिक नुकसान हुआ था, जिसके बाद यह पाबंदी लगाई गई।
इसी बीच इंडिया न्यूज ने एक सर्वे किया, जिसमें 74 फीसदी लोगों ने समर्थन किया कि भारत के खिलाड़ी जब भी किसी दौरे पर जाएं, तो उनका परिवार साथ रहे।
1 विराट कोहली ने क्रिकेट दौरों पर खिलाड़ियों के परिवारों की मौजूदगी की वकालत की है.. आपकी राय ?
परिवार साथ रहे – 74%
साथ रहना ज़रूरी नहीं – 26 %
कह नहीं सकते – 00%
2 दौरे पर खिलाड़ी के साथ परिवार की मौजूदगी से प्रदर्शन पर क्या असर पड़ता है ?
प्रदर्शन में सुधार होता है – 68%
प्रदर्शन ख़राब होता है – 29%
कह नहीं सकते – 3%
3 बीसीसीआई को खिलाड़ियों को पूरे टूर के दौरान परिवार को साथ रखने की अनुमति देनी चाहिए ?
हाँ – 67%
नहीं – 29%
कह नहीं सकते – 4%
4 क्या दौरों पर परिवार की मौजूदगी खिलाड़ी पर साइकॉलॉजिकली कोई असर डालती है ?
मानसिक शांति मिलती है – 36%
मानसिक दबाव रहता है – 22%
कोई फर्क नहीं पड़ता – 28%
कह नहीं सकते – 14 %
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