IPL 2022: मुंबई, आइपीएल (IPL 2022) का 15वां सीजन शनिवार से शुरू होने वाला है. इस बार आइपीएल के सारे मैच भारत में ही खेले जाएंगे. पिछले दो साल से टूर्नोमेंट को कोरोना महामारी की वजह से यूएई शिफ्ट करना पड़ना था. बता दे कि इस बार के आइपीएल में कई सारे बदलाव नजर आने […]
मुंबई, आइपीएल (IPL 2022) का 15वां सीजन शनिवार से शुरू होने वाला है. इस बार आइपीएल के सारे मैच भारत में ही खेले जाएंगे. पिछले दो साल से टूर्नोमेंट को कोरोना महामारी की वजह से यूएई शिफ्ट करना पड़ना था. बता दे कि इस बार के आइपीएल में कई सारे बदलाव नजर आने वाले है.
क्रिकेट की इस विश्व प्रसिद्ध लीग में इस बार क्या कुछ नया और अलग रहने वाला है आइये आपको बताते है
इस बार के आइपीएल का सबसे बड़ा बदलाव उसके नाम के साथ ही जुड़ा हुआ है. पिछले कई सालों से आइपीएल का टाइटल स्पांसर रहे वीवो की जगह अब टाटा ने ले ली है. टाटा ने ये टाइटल स्पांसरशिप 300 करोड़ में 2023 तक के लिए ली है. इसीलिए अब आइपीएल को वीवो आइपीएल के स्थान पर टाटा आइपीएल के नाम से बुलाया जाएगा।
आइपीएल के 15वें सीजन में मैचों के फार्मेट में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा. इस बार सभी टीमों को दो वर्चुअल ग्रुपों में बांट दिया गया है. जिसमें राजस्थान, कोलकाता, दिल्ली, लखनऊ, मुंबई ग्रुप ए में है और बेंगलौर, पंजाब, हैदराबाद, चेन्नई और गुजरात ग्रुप बी में शामिल है. इस बार के सीजन में सभी टीमें अपने सामने वाली टीमें अपने ग्रुप वाली टीमों के खिलाफ 2-2 मैच खेलेगी और वो दूसरे ग्रुप के टीमों के खिलाफ 1-1 मैच खेलेगी।
आइपीएल के 15वें सीजन में मैच खेलने के नियमों में भी बदलाव किया गया है. अब मुकाबले में एक टीम के पास डीआरएस लेने के 4 अवसर प्राप्त होंगे. जिसमें बल्लेबाजी के दौरान 2 मौके मिलेंगे और गेंदबाजी के दौरान 2 मौके मिलेंगे।
बता दे कि स बार के आइपीएल सीजन में दो नई टीमों को शामिल किया गया है. जिसमें एक टीम का नाम लखनऊ सुपर जाइंट्स है और दूसरी टीम का नाम गुजरात टाइटंस है. इसी वजह से अब एक आइपीएल सीजन में 70 लीग मैच खेले जाएंगे. जो पहले के सीजन की तुलना में ज्यादा है।
आइपीएल के इस पूरे सीजन को बीसीसीआई ने सिर्फ महाराष्ट्र राज्य में कराने का फैसला किया है. इसकी वजह कोरोना की वजह से टीमों बायो बबल के नियम से बचाना और ज्यादा ट्रेवल करने से रोकना है।
आइपीएल के इस सीजन में सबसे चौंकाने वाली बात टूर्नामेंट शुरू होने से दो दिन पहले सामने आई. जब पिछले 14 सालों से चेन्नई की कप्तानी कर रहे महेंद्र सिंह धोनी ने अचानक कप्तानी छोड़ते हुए रविंद जडेजा को टीम की कमान देने का फैसला किया. दो सीजन के बैन को छोड़कर पिछले 12 सीजन से सीएसके टीम की कप्तानी धोनी के हाथ में थी. उनकी कप्तानी में सीएसके ने चार बार आइपीएल का खिताब जीता है।