नई दिल्ली:आईपीएल के 18 वे संस्करण का आगाज होने वाला है जिसमें बड़े नामी खिलाड़ियों पर जमकर पैसों की बारिश हो सकती है. रिपोर्ट्स की मानें तो सभी टीमों के पास ज्यादा से ज्यादा पांच खिलाड़ियों को रिटेन करने का अधिकार होगा और एक खिलाड़ी के लिए राइट टू मैच(Right to Match) का उपयोग कर […]
नई दिल्ली:आईपीएल के 18 वे संस्करण का आगाज होने वाला है जिसमें बड़े नामी खिलाड़ियों पर जमकर पैसों की बारिश हो सकती है. रिपोर्ट्स की मानें तो सभी टीमों के पास ज्यादा से ज्यादा पांच खिलाड़ियों को रिटेन करने का अधिकार होगा और एक खिलाड़ी के लिए राइट टू मैच(Right to Match) का उपयोग कर सकेगी. ऑक्शन हर साल काफी रोमांचक होता है साथ ही विवादों से भरा रहता है. आइए ऑक्शन के तीन बड़े विवादों पर नजर डालते हैं.
आईपीएल 2024 में कुछ ऐसा हुआ कि छत्तीसगढ़ के लिए डोमेस्टिक क्रिकेट खेलने वाले शशांक का नाम सामने आया और पंजाब किंग्स की मालकिन प्रीति जिंटा और नेस वाडिया ने अपनी पहली बोली लगाते हुए शशांक को तुरंत ही अपने खेमे में शामिल कर लिया. हालांकि पंजाब के मालिकों को अगले ही पल इसका आभास हुआ कि उन्होंने गलत शशांक सिंह को खरीद लिया है. प्रीति जिंटा 32 वर्षीय शशांक सिंह की जगह दूसरे शशांक पर बोली लगाने की मांग कर रही थी. हालांकि IPL के नियमों की वजह से इस मांग को तुरंत खारिज कर दिया गया.
ये बात 2009 के आईपीएल के दूसरे संस्करण की है, जब इंग्लैंड के तेज गेंदबाज एंड्रयू फ्लिंटॉफ सबसे महंगे खिलाड़ी बिके थे. उन्हें 9.8 करोड़ रुपए में खरीदा गया था. यह मामला तब हाईलाइट हुआ जब आईपीएल के कमिश्नर रहे ललित मोदी ने खुलासा किया था कि फ्लिंटाप को CSK ही हर हाल में खरीदे .हालांकि इस बात का खंडन करते हुए उस समय के BCCI के सचिव ने सारी बातों को पूरी तरह खारिज कर दिया था.
साल 2014 में युवराज सिंह पर लगी बोली ने सबको हैरान कर दिया था.युवराज को खरीदने पर शानदार झड़प छिड़ गई थी. नीलामी में बोली 10 करोड़ जा पहुंची थी. बता दें कि विवाद तब जा खड़ा हुआ था जब ऑक्शन के होस्ट ने युवराज सिंह को ‘सोल्ड’ घोषित कर दिया था. तभी केकेआर की ओर से कहा गया उन्होंने बोली लगाई थी. हालांकि उसपर किसी ने ध्यान नहीं दिया. वहीं थोड़ी देर युवराज पर वापस बोली लगाना शुरू हुई लेकिन आखिर में आरसीबी के दिग्गज ऑलराउंडर को 14 करोड़ रुपए में खरीदा था.
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