नई दिल्ली, आईपीएल सीज़न-15 का लगभग आधा सीज़न पूरा हो चुका है. इस टूर्नामेंट में अब तक 30 से भी अधिक मैच खेले जा चुके हैं. लेकिन इस सीज़न कुछ ऐसा हो रहा जिसने सभी को चौंका रखा है. दरअसल, इस सीज़न दो ऐसी टीमें जो लगभग हर साल इस टूर्नामेंट में शीर्ष पर बनी […]
नई दिल्ली, आईपीएल सीज़न-15 का लगभग आधा सीज़न पूरा हो चुका है. इस टूर्नामेंट में अब तक 30 से भी अधिक मैच खेले जा चुके हैं. लेकिन इस सीज़न कुछ ऐसा हो रहा जिसने सभी को चौंका रखा है. दरअसल, इस सीज़न दो ऐसी टीमें जो लगभग हर साल इस टूर्नामेंट में शीर्ष पर बनी रहती है इस बार संघर्ष करती हुई नज़र आ रही है. वो टीम चेन्नई हो या मुंबई इंडियंस दोनों ही टीमों का हाल इस सीज़न में बुरा है.
आईपीएल सीज़न-15 का लगभग आधा सीज़न पूरा हो चुका है. सभी टीमों ने अपने 5 से अधिक मुकाबले खेल लिए हैं. ऐसे में अगर हम अंक तालिका पर नज़र डालते हैं तो पाते हैं कि दो ऐसी टीम जिसने इस बार आईपीएल मुकाबले में पहली बार हिस्सा लिया है वे अच्छा प्रदर्शन करते हुए टॉप पर नज़र आ रही है. वहीं, ऐसे दो टीमें जो हर साल अपने शानदार प्रदर्शन के चलते आईपीएल खिताब की प्रबल दावेदार होती है (चेन्नई और मुंबई) इस बार अंक तालिका में बेहद पिछड़ती हुई नज़र आ रही है.
आईपीएल के सीज़न-15 में अपने निराशजनक प्रदर्शन के साथ चेन्नई और मुंबई की टीम लगातार अंक तालिका में निचले स्थान पर बनीं हुई है. बता दें कि ये दोनों वही टीमें हैं जिन्होंने आईपीएल इतिहास में सबसे ज्यादा ख़िताब जीते हैं. बात मुंबई की करें तो मुंबई इंडियंस की टीम ने अब तक आईपीएल की कुल 5 ट्रॉफी जीती है वहीं, चेन्नई ने 4 बार इस खिताब पर कब्ज़ा किया है. लेकिन इस सीज़न में दोनों टीमों के फैन्स को निराशा ही हाथ लगी है. अभी तक हुए मुकाबलों के अनुसार चेन्नई ने सिर्फ एक मैच जीता है वहीं, मुंबई की टीम अभी अपना खाता नहीं खोल पाई है.
जहाँ सीज़न-15 में दोनों टीम (चेन्नई और मुंबई) के ख़राब प्रदर्शन से फैन्स और टीम मैनेजमेंट परेशान नज़र आ रहा है तो वहीं, ऐसे में माना जा रहा है कि 2022 में हुआ मेगा ऑक्शन ही आईपीएल का आखिरी ऑक्शन है. इसके बाद टीमों को उनका ग्रुप संभालकर रखने की छूट दी जाएगी और आईपीएल ऑक्शन में ही टीम के बंटवारे के वक़्त चयनकर्ताओं की गलती अब चेन्नई और मुंबई के ख़राब प्रदर्शन का जिम्मेदार बन रही है. कई खिलाड़ी ऐसे जिनपर करोड़ों रूपए खर्च किए गए थे वे मैच नहीं खेल रहे हैं और जो खेल रहे हैं उनका प्रदर्शन भी प्रभावी नहीं है.
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