नई दिल्ली. सचिन तेंदुलकर (1997-98) और महेंद्र सिंह धोनी (2007) के बाद, मौजूदा भारतीय कप्तान विराट कोहली प्रतिष्ठित राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार प्राप्त करने वाले तीसरे क्रिकेटर बन गए हैं. विराट कोहली आज युवा पीढ़ी के लिए एक आइडियल हैं. विराट कोहली वर्तमान में दुनिया के सबसे बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक हैं.
हालांकि जीवन में कुछ भी आसान नहीं होता है इसके पीछे संघर्ष की एक लंबी कहानी छुपी होती है. विराट कोहली एक मिडिल क्लास फैमिली की पृष्ठभूमि से आते हैं. आज हम आपको उनके जीवन की एक दुखद घटना के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके बारे में जानकर आप विराट कोहली के जीवन को करीब से जान पाएंगे. विराट कोहली ने अपने जीवन के सबसे दुखद क्षणों में से एक को याद किया जब उनके पिता प्रेम कोहली का निधन हो गया था. नेशनल ज्योग्राफिक को दिए एक साक्षात्कार में विराट कोहली ने अपने पिता के निधन की रात को याद करते हुए कहा उन्होंने आखिरी सांस मेरी बाहों में ली थी.
उनकी मौत के कुछ देर बाद मैं खेलने गया. अपने पिता की मौत के बारे में विराट कोहली ने कहा कि उस समय रणजी ट्रॉफी क्रिकेट मैच चल रहा था. मैं दिल्ली टीम की तरफ से खेल रहा था. मैं 40 रन बनाकर नाबाद था. अगले दिन मुझे खेलने जाना था. लेकिन सुबह 3 बजे अचानक मेरे पिता की तबीयत बिगड़ गई. पिता जी की तबीयत खराब होने के बाद हमें किसी तरह की सहायता नहीं मिली.
हमें कोई सहायात नहीं मिल सकी. हमनें पड़ोसियों से सहायता मांगने की कोशिश, हम जिस भी डॉक्टर को जानते थे उससे मदद लेने की कोशिश हुई. लेकिन वो रात का ऐसा समय था कि कहीं से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली. जब तक एंबुलेस और सबकुछ आता, सबकुछ खत्म हो चुका था.
विराट कोहली ने कहा कि मैं अपने पिता की मौत के बाद काफी ज्यादा कंफ्यूज हो गया था. किसी भी तरह के दूसरे काम करने की मेरी इच्छा लगभग खत्म हो गई थी. मैंने अपना पूरा ध्यान अपने सपनों को जो कि मेरे पिता का भी सपना था, पूरा करने में लगा दिया. आज मैं जो भी हूं उनकी बदौलत ही हूं. कोहली ने आगे कहा मुझे लगता है कि मैं उसके बाद (पिता के निधन) ज्यादा ध्यान देने लगा.
उस मैच में दिल्ली की टीम कर्नाटक के खिलाफ खेल रही थी. विराट कोहली 40 रन बना चुके थे. पिता की मौत के बाद उनके अधिकांश साथियों को उम्मीद नहीं थी कि वे मैदान पर फिर आएंगे. लेकिन जब विराट कोहली मैदान में पहुंचे और 90 रन बनाकर दिल्ली को फॉलो ऑन से बचा लिया.
Asia Cup 2018: भारत-अफगानिस्तान मैच से पहले स्पॉट फिक्सिंग को लेकर मोहम्मद शहजाद ने किया खुलासा
बासना पिछले मंगलवार यानी 24 दिसंबर को रात 8 बजे घर लौट थीं। इसके बाद…
पीड़िता का आरोप है कि करीब एक साल से उसके दादा खेत में और चाचा-पिता…
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का गुरुवार को 92 वर्ष की आयु में…
11:35 पर पूर्व पीएम की अंत्येष्टि की जाएगी। मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार में राष्ट्रपति…
IMD के मुताबिक, 29 से 31 दिसंबर तक जम्मू-कश्मीर में मौसम शुष्क रहेगा. वहीं 1…
एक नवविवाहित महिला को उसके पति इंस्टाग्राम पर रील बनाने से मना किया तो महिला…