भारतीय शूटर मनु भाकर को एक जीत के बाद दूसरा पदक जीतने का सुनहरा मौका, जानें कब आएगा वो दिन Indian shooter Manu Bhaker gets a golden opportunity to win a second medal after one win, know when that day will come.
नई दिल्ली: पेरिस ओलंपिक में भारत को पहला पदक मिल गया है. निशानेबाज मनु भाकर ने महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल कॉम्पीटीशन में ब्रोंज मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है. मनु भाकर ओलंपिक के इतिहास में शूटिंग में ब्रोंज मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला हैं. उन्होंने फाइनल में 221.7 अंकों के साथ ब्रोंज पर निशाना साधा है. मनु भाकर और सरबजोत सिंह के पास कांस्य पदक जीतने का मौका है. वहीं, पेरिस ओलंपिक के तीसरे दिन भारतीय निशानेबाज रमिता जिंदल पदक जीतने से चूक गईं।
भारतीय निशानेबाज रमिता जिंदल पेरिस ओलंपिक के दूसरे दिन पदक जीतने से चूक गईं. वहीं, मनु भाकर और सरबजोत सिंह के पास ब्रोंज मेडल जीतने का मौका है. इससे पहले रविवार को मनु भाकर ने कांस्य पदक जीता था. हालांकि, मनु भाकर और सरबजोत सिंह के पास 10 मीटर एयर पिस्टल में ब्रॉन्ज मेडल जीतने का मौका रहेगा. अब मंगलवार को दोनों भारतीय निशानेबाज कांस्य पदक के लिए भिड़ेंगे.
वहीं, रमिता जिंदल की बात करें तो इस भारतीय शूटर ने निराश किया। रमिता जिंदल 10 मीटर एयर पिस्टल फाइनल में सातवें स्थान पर रहीं. रमिता जिंदल को अपने आखिरी 2 शॉट 10.2, 10.2 का खामियाजा भुगतना पड़ा. हालांकि, 20 साल की इस शूटर ने काफी प्रभावित किया. माना जा रहा है कि महज 20 साल की उम्र में ओलंपिक फाइनल खेलना रमिता जिंदल के लिए एक बड़ी उपलब्धि है. पेरिस ओलिंपिक में भले ही वह हार गई हों, लेकिन आने वाले दिनों में वह भारत के लिए सुपरस्टार साबित हो सकती हैं।
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