Kuldeep Yadav Record: न्यूजीलैंड और भारत के बीच खेले गए दूसरे मैच में भारत ने 90 रनों के अंतर से बड़ी जीत दर्ज की. इस मैच में भारत की ओर कुलदीप यादव ने चार विकेट चटकाए. इसी के साथ कुलदीप ने हरभजन के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली. खास बात यह रही कि इस रिकॉर्ड में हरभजन सिंह को 234 मैच लगे जबकि कुलदीप यादव ने 37 मैचों में ही अपने नाम कर लिया.
माउंट मौंगानुई. क्रिकेट में कब कौन सा रिकॉर्ड बन जाए, कहा नहीं जा सकता. भारत और न्यूजीलैंड के बीच जारी पांच एकदिवसीय मैचों की सीरीज के दूसरे मैच में भी एक ऐसा ही रिकॉर्ड बना. माउंट मौंगानुई में खेले गए इस मैच में भारत ने न्यूजीलैंड को 90 रनों के अंतर से हरा कर सीरीज में 2-0 की बढ़त कायम कर ली. इस मैच में भारतीय खिलाड़ियों ने हर क्षेत्र (बैटिंग, बॉलिंग, फिल्डिंग) में बेहतरीन प्रदर्शन किया. गेंदबाजी में भारत के लिए सबसे सफल गेंदबाज कुलदीप यादव रहे. जिन्होंने इस मैच में चार विकेट चटकाते हुए बड़ा रिकॉर्ड बनाया.
इस मैच में कुलदीप यादव ने 10 ओवर की गेंदबाजी में 45 रन खर्च करते हुए चार बल्लेबाजों को आउट किया. यह कुलदीप के वनडे करियर का पाचवां मौका था, जब उन्होंने एक ही मैच में चार विकेट चटकाए हो. इसी के साथ कुलदीप ने भारत के दिग्गज स्पिनर हरभजन सिंह के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली. हरभजन सिंह ने भी अपने वनडे करियर में पांच बार एक ही मैच में चार-चार बल्लेबाजों को आउट करने में कामयाबी हासिल की है.
Another brilliant performance by the Men in Blue. #TeamIndia wrap the second ODI, win by 90 runs. 2-0 🇮🇳🇮🇳 #NZvIND pic.twitter.com/2fTF9uQ5JM
— BCCI (@BCCI) January 26, 2019
कुलदीप का यह कीर्तिमान मैचों की संख्या के हिसाब काफी बड़ा नजर आता है. हरभजन सिंह ने पांच विकेटों का चौका (एक ही मैच में चार विकेट) लगाने के लिए 234 मैच खेले. जबकि कुलदीप ने यह रिकॉर्ड मात्र 37 मैचों में अपने नाम पर कर लिया. इस हिसाब से देखा जाए तो कुलदीप ने हरभजन से 197 मैच कम खेलते हुए पांच बार विकेटों का चौका लगा दिया. जो यह बताता है कि कुलदीप का भविष्य कितना उज्ज्वल है?
हरभजन के साथ-साथ कुलदीप ने इस मैच में भारत के लिए सबसे ज्यादा विकेट चटकाने वाले महानतम गेंदबाज अनिल कुंबले और जवागल श्रीनाथ के रिकॉर्ड की भी बराबरी की. दरअसल कुलदीप ने न्यूजीलैंड के खिलाफ दो बार विकेटों का चौका लगाया. अनिल कुंबले और जवागल श्रीनाथ ने भी न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे में दो-दो बार ऐसा करने में कामयाबी हासिल की है.