बर्मिंघम: भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज का दूसरा मुकाबला लॉर्ड्स ग्राउंड पर खेला जाएगा. दूसरे टेस्ट मैच से पहले भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगली ने विराट कोहली को अहम सलाह दी है. पहले टेस्ट में विराट कोहली को छोड़कर सभी बल्लेबाज रन बनाने में पूरी तरह असफल रहे. शिखर धवन, केएल राहुल, मुरली विजय, दिनेश कार्तिक, हार्दिक पांड्या पहले टेस्ट में रन नहीं बना सके.
भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए पहले टेस्ट मुकाबले में टीम इंडिया को 31 रनों से शिकस्त झेलनी पड़ी थी. भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने पहले टेस्ट मैच की दोनों पारियों में शानदार बल्लेबाजी की थी. हालांकि वो भारत को जीत नहीं दिला सके थे. विराट कोहली ने भारत की पहली पारी में 149 और दूसरी पारी में 51 रनों का महत्वपूर्ण योगदान दिया था. उनके अलावा कोई भी बल्लेबाजी कुछ खास नहीं कर पाया था.
पहले टेस्ट की दूसरी पारी में 194 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम 162 रनों पर ऑलआउट हो गई थी. भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने विराट कोहली को सलाह दी है कि वे पहले टेस्ट में बल्लेबाजों के प्रदर्शन के आधार पर दूसरे टेस्ट में प्लेइंग इलेवन के चयन के लिए छटनी से बचना चाहिए. सौरव गांगुली ने इंस्टाग्राम पर अपनी फोटो पोस्ट करते हुए साथ में विराट कोहली को सहाल दी.
गांगुली ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट पर लिखा कि अगर आपको टेस्ट मैच जीतना है तो फिर सभी बल्लेबाजों को रन बनाने होंगे. उन्होंने आगे लिखा कि दूसरे बल्लेबाजों को भी शतक लगाना पड़ेगा. विराट कोहली ने पहले टेस्ट में शानदार बैटिंग की नहीं तो भारतीय टीम दूसरे दिन ही मैच से बाहर हो जाती. दादा ने आगे लिखा कि यह पांच मैचों की सीरीज का पहला टेस्ट है. मेरा मानना है कि भारतीय टीम में वापसी करने और अच्छा प्रदर्शन करने की क्षमता है. अजिंक्य रहाणे और मुरली विजय को अधिक प्रतिबद्धता दिखानी होगी, क्योंकि वे पहले भी ऐसी परिस्थितियों में रन बना चुके हैं.
सौरव गांगुली ने विराट कोहली का बचाव करते हुए कहा कि मुझे नहीं लगता कि हार के लिए कप्तान जिम्मेदार है. अगर आप कप्तान हो तो हार के लिए आपकी आलोचना होगी जैसे की जीत पर बधाई आपको मिलती है. दादा ने कहा कि विराट के लिए अच्छा यही रहेगा कि उन्हें अपने साथी खिलाड़ियों को टीम से बाहर करने से पहले पूरा अवसर प्रदान कर चाहिए. टीम के फेल होने का दोष आप स्विंग को नहीं दे सकते क्योंकि सबको अच्छी तरह से पता है कि इंग्लैंड में ऐसा होता है.
सौरव गांगली ने आगे लिखा कि लगातार प्लेइंग अंतिम एकादश से छेड़छाड़ और बदलाव करने से प्लेयर्स के दिमाग में भय समा सकता है कि इतने साल के बाद भी वे टीम प्रबंधन का भरोसा जीतने में असफल रहे हैं. सौरव गांगुली ने कहा कि खिलाड़ियों के लिए सभी फॉर्मेट में खेलना अहम है. उन्होंने कहा कि पूर्व की दिग्गज टीमों चाहे वह आस्ट्रेलिया हो, साउथ अफ्रीका या हमारी टीम, के साथ अच्छी बात यह थी खिलाड़ी दोनों प्रारूपों में खेलते थे. इनमें सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, वीरेंद्र सहवाग और मैं शामिल थे.
दावा किया गया कि बीजेपी में राष्ट्रीय महासचिव का पद संभालने वाले तावड़े के बारे…
दिल्ली की जहरीली हवाओं ने लोगों का सांस लेना दूभर कर दिया है. इस बीच…
एक कैदी जेल के गलियारे में आराम से बैठकर मोबाइल फोन पर बात करता नजर…
नई दिल्ली: बच्चों से लेकर बूढ़ों तक सभी को टमाटर की चटनी खाना पसंद है.…
हाल ही में राम चरण ने एआर रहमान से किया अपना वादा निभाया है. संगीतकार…
रेलवे भर्ती बोर्ड ने 28 नवंबर को होने वाली असिस्टेंट लोको पायलट भर्ती परीक्षा के…