Ind vs SA WC Final: टी20 विश्व कप 2024 में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 7 रनों से हराकर 13 साल बाद विश्व कप जीत लिया है. टीम इंडिया की विश्व कप जीतने के बाद पूरे देश में जश्न मनाया जा रहा है. प्रधानमंत्री से लेकर राष्ट्रपति तक टीम को बधाईयां दे रहे हैं. तो वहीं विश्व कप जीत के बाद रोहित और विराट कोहली ने संयास का एलान कर दिया. इन सभी चीजों में पहली बार आईसीसी फाइनल में पहुंची साउथ अफ्रीका पूरी तरह दृश्य से गायब ही हो गई. जबकि उन्होंने भी विश्व कप में शानदार और जुझारू प्रदर्शन किया लेकिन ट्रॉफी से चूक गए.
30 पर 30, फिर भी हारे
एक समय टॉफी जीतने के बेहद नजदीक दिख रही साउथ अफ्रीका के हाथ से आखिरी पांच ओवर में मैच पूरी तरह निकल गया. इसमें भारतीय गेंदबाजों हार्दिक पांड्या, जसप्रीत बुमराह और अर्शदीप सिंह को क्रेडिट दिया जा सकता है लेकिन ये बिल्कुल नही कहा जा सकता कि अफ्रीका टीम ने आखिरी ओवर में लापरवाही की तो मैच हारे जबकि साउथ अफ्रीका ने इस बार सभी की उम्मीदों से परे फाइनल में जगह बनाई. साउथ अफ्रीका के खिलाड़ियों को विश्व कप फाइनल जैसे प्रेशर सिचुएशन में खेलने की आदत नही है. इसलिए टीम ने फाइनल मुकाबले के आखिरी ओवर्स में बल्लेबाजों ने टिकने के बजाए जल्दबाजी की और विकेट गंवाए, जबकि उस वक्त तक अफ्रीका को सिर्फ 30 गेंदों में 30 रन ही बनाने थे.
टूटे हुए सपने की सुने कौन सिसकी…
भारत के खिलाफ साउथ अफ्रीका अपनी पहली विश्व कप ट्रॉफी जीतते-जीतते रह गई. प्रोटियास को आखिरी ओवर में जीत के लिए 16 रनों की दरकार थी. भारत की ओर से गेंदबाजी करने अर्शदीप सिंह आए और डेविड मिलर ने ओवर की पहली ही गेद पर जोरदार बल्ला घुमाया और गेंद सीमा रेखा के पार जाने ही वाली कि सूर्यकुमार यादव बाउंड्री लाइन के पास दीवार बनकर खड़े हो गए और सीमापार जाती गेंद को सीमा के अंदर तक ही सीमित कर दिया. साउथ अफ्रीका के विश्व कप जीतने की उम्मीद यहीं खत्म हो गई थी. डेविड मिलर अगर अंत तक क्रीज पर बने रहते तो शायद नतीजा उनके पक्ष में ही होता. अर्शदीप ने आखिरी ओवर में शानदार गेदबाजी की और साउथ अफ्रीका 7 रनों से खिताबी जंग में पीछे रह गई. साउथ अफ्रीका का कोई खिलाड़ी अंत में जिता सकता था तो वे डेविड मिलर ही थे. तभी डेविड मिलर को हार का सबसे गहरा सदमा पहुंचा और वे बीच मैदान पर ही रोने लगे. केशव महाराज, ऐ़डन मार्क्रम क्विंटन डिकॉक, पूर्व अफ्रीकी दिग्गज डेल स्टेन और ग्रेम स्मिथ भी अपने आंसू नही रोक पाए. एक क्रिकेट प्रशंशक के तौर पर उम्मीद है कि साउथ अफ्रीका अगले विश्व कप में जबरदस्त बाउंस बैक करेगी. साउथ अफ्रीका के सम्मान में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की लाइन-
टूटे हुए सपने की सुने कौन सिसकी
अंतर को चीर व्यथा पलकों पर ठिठकी
हार नहीं मानूंगा
रार नहीं ठानूंगा
काल के कपाल पर लिखता-मिटाता हूं
गीत नया गाता हूं.
सात बार विश्व कप सेेमीफाइल में हार
साउथ अफ्रीकी टीम एक या दो बार नही सात बार विश्व कप सेमीफाइनल में पहुंची है, लेकिन टीम हर मौके पर फाइनल में पहुंचने का सपना गंवा देती थी. लेकिन साउथ अफ्रीका ने टी20 विश्वकप 2024 में आईसीसी ट्रॉफी जीतने की ओर एक और कदम बढ़ाया, और वे पहली बार विश्व कप फाइनल में पहुंचे. दक्षिण अफ्रीका को पहली बार विश्व कप सेमीफाइनल में साल 1992 में इंग्लैंड के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था, तब से साल 2023 विश्व कप तक में साउथ अफ्रीका ने सात विश्व कप सेमीफाइनल गंवाए हैं. वो भी तब, जब साउथ अफ्रीका की टीम से बड़े-बड़े दिग्गज जॉन्टी रोड्स, एबी डिविलियर्स और जैक कैलिस जैसे खिलाड़ी खेल रहे थे.