नई दिल्ली: भारत के लिए बुधवार का दिन बहुत अच्छा रहा. भारत ने ऊंची कूद और भाला फेंक दोनों में दो रजत और कांस्य पदक जीते हैं. भारत को इन दोनों खेलों से एक-एक पदक की उम्मीद थी. लेकिन एथलीटों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए भारत को दो-दो मेडल दिलाए. भारत ने इस पेरिस पैरालिंपिक […]
नई दिल्ली: भारत के लिए बुधवार का दिन बहुत अच्छा रहा. भारत ने ऊंची कूद और भाला फेंक दोनों में दो रजत और कांस्य पदक जीते हैं. भारत को इन दोनों खेलों से एक-एक पदक की उम्मीद थी. लेकिन एथलीटों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए भारत को दो-दो मेडल दिलाए. भारत ने इस पेरिस पैरालिंपिक में अब तक कुल 20 पदक जीतकर नया इतिहास रच दिया है. भारत ने इससे पहले टोक्यो में 19 पदक जीते थे. भारत ने पैरालंपिक के इतिहास का सबसे बड़ा दल पेरिस भेजा था. भारत ने पहले कभी एक ही संस्करण में इतने पदक नहीं जीते थे.
पुरुषों की हाई जंप T63 प्रतियोगिता में भारत को रजत और कांस्य पदक मिला है. इसमें जहां शरद कुमार ने रजत पदक जीता है, वहीं मरियप्पन थंगावेलु ने कांस्य पदक जीता है. मरियप्पन ने 1.85 मीटर की छलांग लगाकर कांस्य पदक जीता. शरद कुमार ने 1.88 मीटर की छलांग लगाकर पैरालंपिक रिकॉर्ड तोड़ दिया और रजत पर कब्जा कर लिया.
भारत के लिए पुरुषों की जैवलिन थ्रो F46 में अजीत सिंह ने रजत पदक और सुंदर सिंह गुर्जर ने ब्रोंज मेडल जीता है. अजीत सिंह ने 65.62 मीटर थ्रो के साथ रजत पदक जीता. सुंदर सिंह गुर्जर ने 64.96 मीटर थ्रो के साथ कांस्य पदक पर कब्जा किया. खेलों के छठे दिन भारत ने ऊंची कूद और भाला फेंक में दो-दो रजत और कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया. इस दिन भारत ने कुल 5 मेडल जीत लिए. इसके साथ ही पेरिस पैरालंपिक में भारत के मेडलों की संख्या 20 हो गई है. यह पैरालंपिक के अब तक के इतिहास में एक संस्करण में भारत के पदकों की सबसे अधिक संख्या है.
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