नई दिल्ली। आईसीसी विश्व कप 2023 का पहला सेमीफाइनल मैच मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेला जाएगा। भारत ने लीग स्टेज में कप्तान रोहित शर्मा, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह के शानदार प्रदर्शन के दम पर नंबर वन की पोजिशन हासिल की। इतना ही नहीं इन पांच प्लेयर्स के प्रदर्शन का ही कमाल था कि लीग स्टेज में टीम इंडिया अकेली ऐसी टीम रही जिसने एक भी मैच नहीं गंवाया। अब ये पांचों खिलाड़ी एक और शानदार परफॉर्मेंस देकर खिताब के एक कदम और नजदीक पहुंचना चाहेंगे।
भारत के पांच धुरंधर
- रोहित शर्मा: इस विश्व कप में रोहित शर्मा ने दिखाया है कि कैसे कप्तान को फ्रंट पर रहकर ख्लना चाहिए। रोहित शर्मा की दिलाई हुई बेहतरीन शुरुआत की वजह से ही भारत ने बड़ी बड़ी टीमों के खिलाफ लीग स्टेज में आसानी से जीत दर्ज कर ली। रोहित शर्मा ने अब तक विश्व कप में 55.85 के औसत और 121.50 के स्ट्राइक रेट से 503 रन बनाए हैं।
- विराट कोहली: केवल भारत ही नहीं बल्कि विराट कोहली ने तो दुनियाभर के क्रिकेट प्रेमियों का दिल इस विशव कप में जीत लिया है। विराट कोहली ने इस वर्ल्ड कप में ही 49वां शतक जड़कर सचिन तेंदुलकर के महारिकॉर्ड की बराबरी कर ली है। विराट कोहली ने इस विश्व कप में 9 मैचों की 7 पारियों में 50 से अधिक रन बनाए हैं। विराट कोहली ने 99.00 के औसत के साथ वर्ल्ड कप में 594 रन बनाए हैं और अभी तक इस वर्ल्ड कप में सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं।
- श्रेयस अय्यर: टूर्नामेंट की शुरुआत अय्यर ने उम्मीद के मुताबिक नहीं की। लेकिन अब अय्यर फार्म में आ चुके हैं और भारत के लिए नंबर चार की समस्या का हल कर दिया है। पिछली तीन पारियों में हर बार श्रेयस अय्यर ने 70 से ज्यादा रन बनाए हैं। अय्यर ने अब तक इस विश्व कप में 70 के औसत से 421 रन बनाया है।
- जसप्रीत बुमराह: भारतीय टीम के लिए विश्व कप में कोई सबसे बड़ा खिलाड़ी साबित हो रहा है तो वह हैं जसप्रीत बुमराह। एक साल तक चोट की वजह से टीम से बाहर रहने के बाद भी बुमराह ने वर्ल्ड कप जैसे स्टेज पर साबित कर दिया है कि क्यों इस समय उनका कोई टक्कर नहीं है। वर्ल्ड कप में बुमराह ने ना केवल सबसे ज्यादा डॉट बॉल फेंकी हैं बल्कि 17 विकेट भी चटकाए हैं।
- मोहम्मद शमी: टीम इंडिया ने मोहम्मद शमी को लीग स्टेज के पहले 4 मुकाबलों में खेलने का मौका नहीं दिया। लेकिन जब उनको मौका मिला तो उन्होंने साबित कर दिया कि क्यों उनको टीम से बाहर रखने का फैसला गलत था। पहले मैच में ही शमी ने 5 विकेट लिए। अगले मैच में शमी ने 4 विकेट चटकाए और फिर उससे अगले मैच में शमी ने फिर से 5 विकेट झटके। शमी अब तक 5 मैच में 16 विकेट ले चुके हैं और उनके सामने विरोधी टीम के बैटर टिक ही नहीं पा रहे हैं।