नई दिल्ली. IND vs NZ T20 विश्व कप 2021 की शुरुआत भारतीय टीम के लिए कुछ बेहतर नहीं रही भारत अपना पहला मुक़ाबला ही पाकिस्तान से हार गया जिसके बाद उम्मीद लगाई जा रही थी कि अब टीम बेहतर खेल का प्रदर्शन करते हुए न्यूज़ीलैंड से होने वाले मुक़ाबले में जीत हासिल करेगी. लेकिन एक […]
नई दिल्ली. IND vs NZ T20 विश्व कप 2021 की शुरुआत भारतीय टीम के लिए कुछ बेहतर नहीं रही भारत अपना पहला मुक़ाबला ही पाकिस्तान से हार गया जिसके बाद उम्मीद लगाई जा रही थी कि अब टीम बेहतर खेल का प्रदर्शन करते हुए न्यूज़ीलैंड से होने वाले मुक़ाबले में जीत हासिल करेगी. लेकिन एक बार फिर फैंस की उमीदों को गहरा धक्का लगा और भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा. ऐसे इन न्यूज़ीलैंड से हार के बाद विराट कोहली ने कहा कि हम ‘हम पर्याप्त साहस नहीं दिखा पाए’ इसको लेकर अब कपिल देव भड़कते हुए नज़र आ रहे हैं.
भारतीय क्रिकेट टीम के पहले वर्ल्ड कप विजेता और दिग्गज कप्तान कपिल देव ने आईसीसी टी-20 वर्ल्ड कप 2021 में सुपर 12 के ग्रुप 2 मैच में न्यूजीलैंड के हाथों भारत की आठ विकेट की हार के बाद कप्तान विराट कोहली के कमेंट की आलोचना की है, जिसमें कोहली ने मैच के बाद कहा था कि ‘हम पर्याप्त साहस नहीं दिखा पाए’. दरअसल, न्यूज़ीलैंड से हार के बाद विराट कोहली बेहद निराश नज़र आए उन्होंने कहा कि मैच में हमारी टीम पर्याप्त साहस नहीं दिखा पाई. टीम की हार की वजह खिलाडियों का खराब प्रदर्शन रहा. हम गेंद और बल्ले दोनों से ही साहस का प्रदर्शन नहीं कर पाए. और यही बात कपिल देव के गले नहीं उतर रही है.
उनका कहना है कि उनके जैसे बड़े खिलाड़ी के लिए, यह एक बहुत ही कमजोर बयान है. अगर टीम के पास इस तरह की बॉडी लैंग्वेज है और अगर कप्तान की इस तरह की सोच है, तो टीम को ऊपर ले जाना वाकई काफी मुश्किल है. मुझे उनके शब्दों को सुनकर थोड़ा अजीब लगा. वह उस तरह के खिलाड़ी नहीं है. वह एक फाइटर हैं, मुझे लगता है कि एक कप्तान को ‘हम पर्याप्त साहस नहीं दिखा पाए या हम पर्याप्त बहादुर नहीं थे’ जैसे शब्द नहीं कहना चाहिए. आप अपने देश के लिए खेल रहे हैं और उनके पास जुनून है. लेकिन अगर आप ऐसे शब्द कहते हैं, तो उंगलियां जरूर उठेंगी.
बता दें की न्यूज़ीलैंड से हार के बाद विराट कोहली ने कहा था कि मुझे नहीं लगता कि हम बल्ले या गेंद से अपने खेल में साहस नहीं दिखा पाए. जाहिर तौर पर हमारे पास गेंद से करने से लिए ज्यादा कुछ नहीं था. जह हमने मैदान में प्रवेश किया तब हम हमारी बॉडी लैंग्वेज में ज्यादा साहस नहीं था और न्यूजीलैंड की बेहतर बॉडी लैंग्वेज थी. जब भी हमने चांस लिया हमने विकेट गंवाया. अक्सर ये तब होता है जब आपको डाउट होता है कि आपको शॉट के लिए जाना चाहिए या नहीं. जब आप भारतीय क्रिकेट टीम के लिये खेलते हैं तो आपसे काफी उम्मीदें होती हैं.