Ind vs NZ 4th ODI: हैमिल्टन वनडे में न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत की हार के पांच बड़े कारण, आखिर कहां चूकी टीम इंडिया
Ind vs NZ 4th ODI: हैमिल्टन वनडे में न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत की हार के पांच बड़े कारण, आखिर कहां चूकी टीम इंडिया
Ind vs NZ 4th ODI: भारत और न्यूजीलैंड के बीच हैमिल्टन में खेले गए चौथे वनडे में न्यूजीलैंड ने भारत को 8 विकेट के अंतर से करारी मात दी. इस मैच में भारतीय टीम की बल्लेबाजी लचर रही. टीम इंडिया मात्र 92 रन बना सकी. जिसे कीवी टीम ने 2 विकेट खोकर आसानी से हासिल कर लिया. यहां जानिए हैमिल्टन वनडे में भारत की हार के पांच बड़े कारण.
January 31, 2019 11:42 am Asia/KolkataIST, Updated 6 years ago
हैमिल्टन: Ind vs NZ 4th ODI: हैमिल्टन में भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेले गए चौथे वनडे मैच में आखिर वहीं हूआ, जिसका डर था. नियमित कप्तान विराट कोहली और पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की गैरमौजूदगी में भारत के बल्लेबाज ताश के पत्तों की तरह ढह गए. नतीजा इतना बुरा रहा कि पिछले तीन मैचों में कीवी टीम को उन्हीं की धरती पर करारी शिकस्त देने वाली भारतीय टीम मात्र 92 रन बना सकी. इस मामूली स्कोर का पीछा करने उतरी न्यूजीलैंड की टीम आठ विकेट के अंतर से आसानी से जीत गई. टीम इंडिया की इस हार के पर कई गंभीर सवाल उठ रहे है. क्रिकेट विशेषज्ञों की नजर में भारतीय टीम विराट कोहली पर जरूरत से ज्यादा निर्भर हो चुकी है. यहां हम चर्चा कर रहे हैं कि भारत की हार के पांच बड़े कारणों के बारे में, जानिए आखिर भारतीय टीम से चूक कहां हूई?
ट्रेंट बोल्ट की घातक गेंदबाजी- हैमिल्टन में भारतीय टीम की हार की सबसे बड़ी कारण ट्रेंट बोल्ट हैं. बोल्ट ने इस मैच में जैसी गेंदबाजी की उसका कोई जवाब भारतीय बल्लेबाजों के पास नहीं थी. ट्रेंट बोल्ड ने घातक गेंदबाजी का प्रदर्शन करते हुए अपने कोटे के 10 ओवर में चार मेडन रखते हुए मात्र 21 रन खर्च कर पांच भारतीय बल्लेबाजों को आउट किया.
तू चल मैं आया – लंबे समय बाद भारतीय बल्लेबाज की यह कमी आज फिर सामने आई. भारत के बल्लेबाज आज तू चल मैं आया के तर्ज पर आउट हो गए. निश्चित तौर पर टीम इंडिया को शुरुआती झटकों के बाद साझेदारी की जरूरत थी. लेकिन कोई भी बल्लेबाज क्रीज पर टिक नहीं सका. 21 रन पर पहला विकेट खोने वाली भारतीय टीम 40 के स्कोर पर सातवां विकेट खो चुकी थी.
मध्यक्रम बुरी तरह से हुआ फेल- इस मैच में भारतीय बल्लेबाजी का मध्यक्रम बुरी तरह से फेल हो गया. 19 रन बनाने के दौरान भारत के छह बल्लेबाज आउट हुए. इनफॉर्म बल्लेबाज और पिछले मैच में भारत की जीत में बड़ी भूमिका निभाने वाले अंबाती रायडू और दिनेश कार्तिक बिना कोई रन बनाए आउट हुए.
विराट कोहली और धोनी की कमी – इस मैच में निश्चित तौर पर टीम इंडिया को नियमित कप्तान विराट कोहली और पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की कमी खली. बताते चले कि विराट कोहली को सीरीज के आखिरी दो मैचों के लिए आराम दिया गया था. जबकि धोनी चोटिल बताए जा रहे हैं.
कोलिन डी ग्रैंडहोम की भूमिका अहम- इस मैच में पांच विकेट चटका कर ट्रेंट बोल्ट निश्चित तौर पर जीत के नायक बने लेकिन भारत की करारी हार में कीवी टीम के गेंदबाज कोलिन डी ग्रैंडहोम की भूमिका को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. बोल्ट के दिए शुरुआती झटकों को और मजबूत बनाने का काम कोलिन डी ग्रैंडहोम ने किया. उम्मीद है सीरीज के आखिरी मैच में भारतीय टीम अपनी इन गलतियों से सीख लेते हुए कीवी टीम पर करारा पलटवार करेगी.