नई दिल्ली। भारत और इंग्लैंड के बीच बर्मिंघम के एजबेस्टन क्रिकेट ग्राउंड में खेले गए रिशेड्यूल्ड टेस्ट मैच में भारतीय टीम को करारी शिकस्त झेलनी पड़ी। मैच में हार के साथ ही भारत का इंग्लैंड की धरती पर 15 साल बाद टेस्ट सीरीज जीतने का सपना भी टूट गया। इस मुकाबले में हार की एक […]
नई दिल्ली। भारत और इंग्लैंड के बीच बर्मिंघम के एजबेस्टन क्रिकेट ग्राउंड में खेले गए रिशेड्यूल्ड टेस्ट मैच में भारतीय टीम को करारी शिकस्त झेलनी पड़ी। मैच में हार के साथ ही भारत का इंग्लैंड की धरती पर 15 साल बाद टेस्ट सीरीज जीतने का सपना भी टूट गया। इस मुकाबले में हार की एक वजह कुछ खिलाड़ीयो का लगातार खराब प्रदर्शन करना भी रहा। हम ऐसे ही तीन खिलाड़ियों के नाम आपको बताने जा रहे हैं।
एजबेस्टन टेस्ट मैच में सबसे बड़ा और अनुभवी खिलाड़ी अगर कोई था तो वह विराट कोहली थे। इसी कारण भारतीय टीम के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज विराट कोहली को ही इस हार का सबसे बड़ा वजह माना जा रहा है। लोगों को विराट से इस ऐतिहासिक मैच में बड़ी पारियों की उम्मीद थी, लेकिन वो ऐसा कुछ खास कर नही पाए। उन्होनें पहली और दूसरी पारी में क्रमश: 11 और 20 रनों की छोटी पारियां खेली। कोहली के खराब फॉर्म के चलते भारतीय टीम का मध्यक्रम अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाया। जो टीम इंडिया के हार का एक बड़ा कारण बना।
भारतीय टीम के टॉप ऑर्डर बल्लेबाज हनुमा विहारी ने इस मुकाबले में सबसे खराब प्रदर्शन किया। वो मैच के दोनो ही पारियों में फ्लॉप साबित हुए। विहारी पहली पारी में 20 रन बनाकर आउट हुए वहीं दूसरी पारी में मात्र 11 रन ही बना सके। इसके अलावा उन्होनें मैच के चौथे दिन स्लिप में इंग्लैंड के घातक बल्लेबाज जॉनी बेयरस्टो का कैच टपका दिया था। बेयरस्टो उस समय 14 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे। यह कैच भारत को बहुत महंगी पड़ी। बता दें की बेयरस्टो ने इसके बाद 145 गेंदों पर नाबाद 114 रनों की पारी खेली।
इस टेस्ट मुकाबले में श्रेयस अय्यर को प्लेइंग-11 में मौका दिया गया था। लेकिन अय्यर इस मौके को भुना नही पाए। अय्यर ने टेस्ट मैच की पहली पारी में सिर्फ 15 रन ही बनाया, जबकि दूसरी पारी में 19 रन बना कर पवेलियन लौटे। श्रेयस अय्यर को लोअर ऑर्डर की बड़ी जिम्मेदारी दी गई थी। लेकिन वो मैच के दोनों पारियों में परेशानी में ही दिखे। और उन्होनें दोनो ही पारियों में शार्ट गेंद अपना विकेट तोहफे के रूप में दे दिया।