नई दिल्ली। भारत और इंग्लैंड के बीच वनडे सीरीज का आखिरी और निर्णायक मुकाबला रविवार को इंग्लैंड के ओल्ड ट्रैफर्ड क्रिकेट ग्राउंड पर खेला गया। इस वनडे मुकाबले में टीम इंडिया ने इंग्लैंड को 5 विकेट से मात दी। और 8 साल बाद इंग्लैंड की सरजमीं पर कोई वनडे सीरीज जीतने में कामयाब रही। खेली […]
नई दिल्ली। भारत और इंग्लैंड के बीच वनडे सीरीज का आखिरी और निर्णायक मुकाबला रविवार को इंग्लैंड के ओल्ड ट्रैफर्ड क्रिकेट ग्राउंड पर खेला गया। इस वनडे मुकाबले में टीम इंडिया ने इंग्लैंड को 5 विकेट से मात दी। और 8 साल बाद इंग्लैंड की सरजमीं पर कोई वनडे सीरीज जीतने में कामयाब रही।
इस मैच की जीत में सबसे बड़ी भूमिका में युवा विकेटकीपर ऋषभ पंत थे। उन्होंने अच्छी विकेटकीपिंग के बाद ताबड़तोड़ 125 रनों की शतकीय पारी खेली। यह उनके करियर का पहला अंतरराष्ट्रीय वनडे शतक है। अपने इस पारी को पूरा करने के लिए उन्होंने 113 गेंदों का सहारा लिया और इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 110 के उपर था जो वनडे फॉर्मेट के लिहाज से बहुत अच्छा माना जाता है। ऋषभ पंत के पारी के दौरान सबसे अच्छी बात यह रही की वो अंत तक नाबाद रहे और भारत को जीत दिलाकर ही पवेलियन लौटें।
इंडिया और इंग्लैंड के बीच रविवार को खेले गए तीन वनडे मैचो के सीरीज का आखिरी मुकाबला खेला गया। इस मुकाबले में इंग्लैंड के खिलाफ युवा विकेटकीपर ऋषभ पंत ने कमाल की मैच विनिंग पारी खेली। मैच जीतने के बाद पंत ने कहा कि उनको ये पारी पूरी जिंदगी याद रहेगी। उन्होंने कहा, ‘उम्मीद है कि मैं ये शतक जीवन भर नहीं भूलूंगा। जब मैं क्रीज पर बल्लेबाजी कर रहा था तब मेरा हर एक गेंद पर ध्यान केंद्रित था। जब आपकी टीम मैच के दौरान दबाव में होती है और आप उस तरह बल्लेबाजी करते हैं। कुछ ऐसा जो मैं खेलने की ख्वाहिश रखता हूं। मुझे हमेशा इंग्लैंड में खेलना पसंद है, साथ ही मैदान के माहौल और स्थिति का भी आनंद लेता हूं.’
पंत ने पारी के बाद दिए अपने बयान में आगे कहा, ‘जितना अधिक आप खेलते हैं उतना अधिक अनुभव मिलता हैं। यहां पर बल्लेबाजी करने के लिए एक अच्छा विकेट था और भारतीय गेंदबाजों ने उन्हें रोकने के लिए एक सराहनीय काम किया, भारतीय बॉलर न केवल इस मैच में बल्कि पूरे सीरीज अच्छी गेंदबाजी की।